
पटना :- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नीतीश के लिए एनडीए के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं। पिछले साल अगस्त में भाजपा को धोखा देने वाले नीतीश कुमार को एक सहयोगी के रूप में कभी भी स्वीकार नहीं किया जाएगा। बीजेपी का साथ छोड़कर आरजेडी के साथ गए बिहार के सीएम नीतीश कुमार आज भी ‘भगवा’ पार्टी के करीब दिखते हैं। एनडीए से अलग होकर नीतीश कुमार अब महागठबंधन का हिस्सा बन गए हैं। लेकिन आए दिन नीतीश कुमार के बीजेपी नेताओं से मुलाकात और साथ की तस्वीरें आती रही हैं। फिर चाहे बीजेपी एमएलसी संजय मयूख से मुलाकात हो या फिर सम्राट चौधरी के साथ रामजी की आरती। नीतीश की इन्हीं ‘बढ़ते कदमों’ की वजह से चर्चा होने लगती है कि नीतीश कुमार का महागठबंधन से मन भर गया है। वो फिर से पाला बदल सकते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने जदयू को अपने धुर विरोधियों राजद, कांग्रेस और पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस के साथ एक ही पलड़े में रखते हैं। जेडीयू भी उनकी धुर विरोधी है। इसलिए जेडीयू के लिए अब एनडीए के रास्ते हमेशा के लिए बंद हो गए हैं। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस, जनता दल यू, राजद और ममता, इन सभी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का विरोध किया था। लेकिन मोदी जी ने एक सुबह आधारशिला रखी और अब मंदिर आकार ले रहा है।
अमित शाह ने कहा कि ‘जेडीयू के कई सांसद बीजेपी के दरबाजे खटखटा रहे हैं। लेकिन मैं एक बात आज फिर स्पष्ट कर देता हूं, किसी के भी मन में ये संशय हो कि चुनाव के परिणामों के बाद नीतीश कुमार को भाजपा एनडीए में लेगी, तो मैं बिहार की जनता को स्पष्ट कह देना चाहता हूं और ललन बाबू को भी स्पष्ट कहना चाहता हूं कि आप लोगों के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा-हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं