पटना :- बिहार जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा की देश की मौजूदा हालात बेहद चिंताजनक बन चुकी है। दुर्भावना से ग्रसित केंद्र सरकार द्वारा विपक्ष की आवाज को षड्यंत्र के तहत दबाया जा रहा है। केंद्र की निरंकुश सरकार जानबूझकर विपक्षी नेताओं को परेशान कर रही है। देश में सवैंधानिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है, लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ मनमाने ढंग से खिलवाड़ किया जा रहा है। देश की सवैंधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर केंद्र की सरकार मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है और यह देश के लिए बेहद चिंता का विषय है। देश में पूर्ण रूप से अघोषित आपातकाल लागू है। आलोचना की आवाज को दबाया जा रहा, जनता के मूल मुद्दों की बात करने वाले नेताओं को गैरकानूनी तरीके से केंद्र की सरकार प्रताड़ित कर रही है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जी के मामलें में केंद्र सरकार के इशारे पर लोकसभा स्पीकर ने जिस तत्प्रता से अपना फैसला सुनाया वह निःसन्देह सवालों के धेरे में है और इससे स्पष्ट मालूम पड़ता है कि केंद्र सरकार की मंशा क्या है। केंद्र सरकार अदानी के मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए यह सब साजिश रच रही है। देश के गरीबों का पैसा लूटने वालों के सामने केंद्रीय जांच एजेंसियां बिल्ली की तरह दुबक जाती है लेकिन गरीबों के हक की बात करने पर विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में विपक्षी की आवाज को जनता की आवाज का दर्जा दिया गया है लेकिन वर्तमान की केंद्र सरकार अपनी दमनकारी नीतियों से लोकतांत्रिक मूल्यों नष्ट करना चाहती है। देश में इस प्रकार की राजनीतिक स्थिति पहले कभी नहीं हुई थी, यह दुर्भाग्य का विषय है कि जिस सरकार को जनता ने चुना था आज सरकार वही जनता की आवाज को कैद करना चाहती है। सत्ता के अहंकार में केंद्र की तानाशाही सरकार अंधी और बहरी हो चुकी है ।
2024 के चुनाव में इनको अपनी सत्ता जाने डर अभी से ही सताने लगा है इसीलिए भाजपा के लोग बौखला गए हैं। देश की जनता इनके कारनामों को देख रही है। भारत के लोकतंत्र और सविंधान को बचाने की लड़ाई हम सभी को मिलकर लड़ना होगा। हिट्लर के नीतियों पर चलने वाली केंद्र की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए देश की जनता तैयार है।