सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार को मिला पद्मश्री सम्मान, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिया पद्मश्री, बोले- यह युवाओं को प्रेरित करेगा

पटना :- बिहार के प्रसिद्ध गणितज्ञ प्रोफेसर आनंद कुमार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार शाम नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में ‘सुपर 30’ के संस्थापक आनंद कुमार को देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया। राष्ट्रपति ने आनंद कुमार का अभिवादन स्वीकार किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। पद्मश्री पाने के बाद आनंद कुमार ने कहा शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में मुझे पद्मश्री अवॉर्ड मिला है। मैं पटना में बच्चों को पिछले 20 साल पढ़ाते आ रहा हूं। जिन बच्चों के पास सुविधा नहीं है। संसाधन नहीं है और IIT की तैयारी करते हैं। मेरे पढ़ाए सैकड़ों बच्चे देश-विदेश में अच्छी जगहों पर नौकरी कर रहे हैं। आनंद कुमार ने कहा कि बहुत ही अच्छा अनुभव कर रहा हूं।
उन्होंने कहा कि मैं मैथमेटिक्स का एक प्रॉब्लम सॉल्व कर रहा था। अचानक मेरे मोबाइल पर एक कॉल आया, जिसमें दिल्ली लिखा हुआ था। तो मुझे लगा कि कौन फोन कर रहा है। मैंने फोन उठाया तो बताया कि वह गृह मंत्रालय से बात कर रहे हैं। फिर उन्होंने बताया कि मुझे पद्मश्री अवॉर्ड दिया जा रहा है। पहले तो मुझे यकीन नहीं हुआ। फिर मैंने दोबारा उनसे पूछा तब जाकर मुझे विश्वास हुआ। इसके बाद मैंने अपने भाई को माता जी को पत्नी सभी को घर में बताया।
वही, आनंद कुमार ने बताया कि जब अवॉर्ड की घोषणा हुई तो सबसे ज्यादा मेरे उन बच्चों को खुशी हुई जो सुपर 30 के जरिए पढ़कर आज अच्छी-अच्छी जगहों पर हैं। उन्होंने कहा कि मेरे जैसे मामूली शिक्षक को पद्म अवॉर्ड मिलना यह बहुत बड़ी बात है। बिहार में और जिन दो लोगों को मिला है। वे भी इसके हकदार लोग हैं। देहात के लोग हैं। जमीनी लोग हैं। कॉमन मैन को पद्म अवॉर्ड मिलना यह देश के लिए अच्छी बात है। यह तमाम युवाओं में उत्साह भरने का काम करेगा। उनमें उम्मीद जगेगी कि अगर आप अच्छा काम करेंगे तो सरकार आपको प्रोत्साहन देगी। यह अच्छी परंपरा की शुरुआत है।