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डीएम की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप की बैठकः अधिकारियों एवं कार्यकारी एजेंसियों को योजनाओं का तत्परता से क्रियान्वयन करने का दिया गया निदेश

परियोजनाओं के क्रियान्वयन में अच्छी प्रगति है; एसडीओ एवं एसडीपीओ आ रहे व्यवधानों को दूर करेंगेः डीएम

पटना :- समाहर्ता-सह-जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि जिला में विभिन्न परियोजनाओं के क्रियान्वयन में अच्छी प्रगति है। आ रही छोटी-मोटी समस्याओं को संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी/अपर पुलिस अधीक्षक विशेष रूचि लेकर दूर करेंगे। वे आज समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में परियोजना अनुश्रवण समूह (प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि संबद्ध अधिकारी एवं कार्यकारी एजेंसी योजनाओं का तत्परता से क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।

इस बैठक में डीएम डॉ. सिंह द्वारा जिले में चल रही विभिन्न परियोजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की गई तथा अद्यतन प्रगति का जायजा लिया गया। उन्होंने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को आवश्यकतानुसार मौजों में शिविरों के आयोजन हेतु रोस्टर निर्धारित करने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि हर एक कैम्प के एक प्रभारी पदाधिकारी होंगे तथा संबंधित भूमि सुधार उप समाहर्ता कैम्प के वरीय प्रभार में रहेंगे। भूमि सुधार उप समाहर्ता इसका गहन अनुश्रवण करेंगे एवं कार्यों में प्रगति लाएंगे। विधि-व्यवस्था संधारण हेतु संबंधित थाना को भी विधिवत सूचना दी जाएगी। साथ ही कैम्प का फ्लेक्स, बैनर, ई-रिक्शा इत्यादि माध्यमों से वृहत प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आवेदन सृजन, मुआवजा भुगतान इत्यादि के लिए मौजावार विशेष शिविरों में अंचलाधिकारी राजस्व अधिकारी, अमीन एवं राजस्व कर्मचारी के साथ निश्चित रूप से उपस्थित रहेंगे एवं आ रही समस्याओं का नियमानुसार ऑन द स्पॉट निष्पादन करेंगे। अधियाची विभागों द्वारा प्रतिनियुक्त नोडल पदाधिकारियों को क्षेत्रीय अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर कार्यों में प्रगति लाने का निदेश दिया गया। यदि किसी परियोजना के क्रियान्वयन में व्यवधान आ रहा हो तो संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विशेष रूचि लेकर समाधान कराएँ। विधि-व्यवस्था संधारण हेतु एसडीओ एवं एसडीपीओ दंडाधिकारियों तथा पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त करें। अधियाची विभागों के पदाधिकारीगण भी संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित रखें एवं कार्यों में प्रगति लाएँ। डीएम डॉ. सिंह ने निदेश दिया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध विधिसम्मत दंडात्मक कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि जनहित के मामलों में व्यवधान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

डीएम डॉ. सिंह ने भू-अर्जन तथा भू-हस्तानांतरण मामलों में तेजी लाने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं में सरकारी जमीन का हस्तांतरण एवं बकास्त भूमि का रैयतीकरण किया जाना है उसमें संबंधित अंचलाधिकारी भूमि सुधार उप समाहर्ता के माध्यम से अविलंब प्रस्ताव देंगे।

डीएम डॉ. सिंह ने मुआवजा भुगतान के लंबित मामलों को तुरत निष्पादित करने का निदेश दिया।

आज की बैठक में डीएम डॉ. सिंह द्वारा नेउरा-दनियावाँ रेल लाईन परियोजना में प्रगति की समीक्षा की गई। इस परियोजना में कुल 45 मौजा में कुल अर्जित रकबा 492.36 एकड़ है। कुल प्राप्त आवंटन 144.94 करोड़ रुपया में से 3,069 रैयतों के बीच 120.46 करोड़ रुपया का भुगतान किया गया है। कुल पंचाटों की संख्या 2,104 है जिसमें से 1,919 पंचाटों का पूर्ण भुगतान कर दिया गया है। परियोजना अंतर्गत लगभग 86 प्रतिशत रकबा का भुगतान किया गया है। शत-प्रतिशत अर्जित रकबा पर दखल-कब्जा है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि कार्य में अच्छी प्रगति है। उन्होंने शेष रैयतों के बीच मुआवजा भुगतान में तेजी लाने का निदेश दिया। कार्य एजेंसी द्वारा बताया गया कि मौजा कुर्जी मोहम्म्दपुर में एक खेसरा संख्या 1102 में कुल 80 डिसमल में से 70 डिसमल का मुआवजा भुगतान किया जा चुका है। शेष मात्र 10 डिसमल के भुगतान में एक रैयत द्वारा व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है। दिनांक 18 मार्च, 2023 की बैठक में डीएम डॉ. सिंह द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर को दिनांक 25 मार्च, 2023 तक इस समस्या को दूर करने/अतिक्रमण हटाने का निदेश दिया गया था। जिलाधिकारी ने आज की बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर से इस बारे में पृच्छा की। उनके द्वारा बताया गया कि इस बारे में रैयत से लगातार सम्पर्क किया गया है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि लगभग तीन महीने से काम रूका हुआ है। एक रैयत द्वारा उत्पन्न किए जा रहे अवरोध को अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा अभीतक दूर नहीं किया गया है। यह आपत्तिजनक है। उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर को बैठक के तुरंत बाद स्थल पर जाकर अवरोधों को नियमानुसार दूर करने तथा कार्य शुरू कराने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि वे स्वयं कल बुधवार को स्थल का भ्रमण करेंगे तथा कार्यों में प्रगति का निरीक्षण करेंगे। कार्य शुरू नहीं होने की स्थिति में जिम्मेदारी निर्धारित कर संबंधित पदाधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अनुमंडल पदाधिकारी को सेल्फ-रिस्पाँस्बिलिटि की भावना से काम करना चाहिए।

रामपुर-डुमरा टाल राजेन्द्र पुल एवं पहुँच पथ निर्माण परियोजना में प्रगति की समीक्षा में पाया गया कि कार्य में अच्छी प्रगति है। अनुमंडल पदाधिकारी को सभी स्टेकहोल्डर्स से समन्वय स्थापित कर कार्य का नियमित तौर पर अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया।

डीएम द्वारा बाढ़ से बख्तियारपुर थर्ड रेल लाईन निर्माण परियोजना में कैम्प लगाकर आवेदन प्राप्त करने एवं मुआवजा भुगतान में तेजी लाने का निदेश दिया गया। जिलाधिकारी के निदेश पर इस परियोजना के कार्य में तेजी लाने हेतु कस्तूरबा गाँधी बालिका उच्च विद्यालय, बड़की मोहम्मदपुर रेलवे कैम्प के बगल में राजस्व शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों को 12, 17, 20 एवं 24 अप्रैल, 2023 को लगाया जाएगा। शिविरों में बख्तियारपुर तथा अथमलगोला अंचलों के छः मौजों यथा मोहम्मदपुर, करनौती, रानीसराय, महमुदपुर, माधोपुर तथा सबनीमा मौजों के हितबद्ध रैयतों से आवेदन पत्र/कागजात प्राप्त किया जाएगा। डीएम डॉ. सिंह ने निदेश पर शिविर में राजस्व अधिकारी/कानूनगो तथा रेलवे भू-अर्जन एवं एनएचएआई के अमीनों को भी प्रतिनियुक्त किया गया है। डीएम डॉ. सिंह ने अनुमंडल पदाधिकारी, बाढ़ को परियोजना के कार्य का नियमित अनुश्रवण करने का निदेश दिया।

बख्तियारपुर-मोकामा फोरलेन फेज-1 (एनएच-31) परियोजना की समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि परियोजना अंतर्गत कुल 39 मौजों में 2,124 पंचाट है। कुल 86.88 प्रतिशत रकबा तथा 89.68 प्रतिशत राशि का भुगतान कर दिया गया है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि निर्माण स्थल पर कार्य में किसी प्रकार का अवरोध नहीं है। शेष बचे हुए रैयतों के बीच त्वरित गति से मुआवजा भुगतान करने का निदेश दिया गया। अनुमंडल पदाधिकारी, बाढ़ को परियोजना में प्रगति का अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया।

पटना-गया-डोभी (एनएच-83) परियोजना की समीक्षा की गई। कार्यकारी एजेंसी के द्वारा बताया गया कि लिंक रोड की कनेक्टिविटि हो गयी है। किसी तरह की कोई समस्या नहीं है। कार्य प्रारंभ हो गया है। डीएम डॉ. सिंह द्वारा इस परियोजना में अच्छी प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की गई।

डीएम डॉ. सिंह ने कन्हौली-रामनगर रिंग रोड (बिहटा-सरमेरा एसएच-78) परियोजना में प्रगति की समीक्षा की। अनुमंडल पदाधिकारी, दानापुर द्वारा बताया गया कि निदेशानुसार अवरोधों का दूर कर मौजा पैनापुर में ससमय कार्य शुरू करा दिया गया है। मौजा चेसी में भी दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर अवरोध को दूर किया जा रहा है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि जिला शिक्षा पदाधिकारी से पिपरा गॉव के स्कूल के लिए वैकल्पिक व्यवस्था- निकटवर्ती स्कूल में टैग करने/स्कूल भवन के लिए जमीन चिन्ह्ति करने के संबंध में प्रतिवेदन लें। विद्यार्थियों को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। भूमि सुधार उप समाहर्ता, मसौढ़ी इस संबंध में कार्यों का पर्यवेक्षण करेंगे।

दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड परियोजना में कुल 21 ग्रामों में भू-अधिग्रहण की कार्रवाई की जा रही है। 19 मौजा का नोटिस निर्गत हो चुका है। कुल अर्जित रकबा 64.15 एकड़ है। कार्यकारी एजेंसी द्वारा बताया गया कि अतिक्रमण चिन्ह्ति कर लिया गया है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि रेलवे की भू-खंड पर अवस्थित संरचना तथा एनएचएआई से प्राप्त संरचनाओं की सूची के आलोक में विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित कर सभी कार्य तेजी से करें। परियोजना के कार्यों में तेजी लाने के लिए कैम्प लगाएँ।

डीएम डॉ. सिंह ने शेरपुर-दिघवारा रिंग रोड परियोजना में सरकारी भूमि के हस्तानान्तरण प्रस्ताव एवं मुआवजा भुगतान में तेजी लाने का निदेश दिया गया। उन्होंने शेरपुर मौजा के कार्यों में प्रगति लाने के लिए कैम्प लगाने का निदेश दिया।

डीएम डॉ. सिंह द्वारा भारतमाला परियोजना अंतर्गत एनएच-119डी आमस-रामनगर खण्ड परियोजना में प्रगति की समीक्षा की गई तथा अद्यतन स्थिति का जायजा लिया गया। उन्होंने कार्यकारी एजेंसी को अनुमंडल पदाधिकारी, मसौढ़ी से समन्वय स्थापित कर पभेड़ा मौजा में तिथि निर्धारित कर कार्य प्रारंभ करने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को आवेदन सृजन तथा मुआवजा भुगतान में तेजी लाने का निदेश दिया। उन्होंने कैम्प लगाकर परियोजना का तत्परता से क्रियान्वयन करने का निदेश दिया।

भारतमाला अंतर्गत एनएच-119डी आमस-रामनगर खण्ड परियोजना अंतर्गत कुल 12 मौजा है जिसमें चार फतुहा तथा आठ धनरूआ अंचल में पड़ता है। फतुहा अंचल में राबीयाचक, भेड़गावा, जैतीया एवं वाजीदपुर मौजा तथा धनरूआ अंचल में बघबर, बहरामपुर, पिपरावॉ, बिजपुरा, नसरतपुर, छाती, टरवॉ एवं पभेड़ा मौजा पड़ता है। डीएम डॉ. सिंह के निदेश पर त्वरित गति से मुआवजा भुगतान हेतु अक्टूबर, 2021 एवं अप्रैल-जुलाई-दिसम्बर, 2022, फरवरी-मार्च 2003 में कैम्प का आयोजन किया गया। अधियाची विभाग एनएचएआई को सभी 12 मौजा में 221.62 एकड़ भूमि का दखल-कब्जा दे दिया गया है। परियोजना अंतर्गत कुल 181 रैयतों को मुआवजा भुगतान किया जा चुका है एवं यह लगातार जारी है। डीएम डॉ. सिंह ने निदेश दिया कि मुआवजा भुगतान में आ रही कठिनाइयों यथा अद्यतन राजस्व रसीद तथा खेसरावार भूमि स्वामित्व प्रमाण-पत्र की समस्या को अंचलाधिकारी दूर करें। कार्य एजेंसी के गाँववार कार्य योजना के अनुसार गाँवों में कैम्प लगाकर समस्या का ऑन द स्पॉट समाधान करने का निदेश दिया गया।

मीठापुर-महुली-एलिवेटेड कोर्रिडोर निर्माण कार्य में कोई बाधा नहीं है। डीएम डॉ. सिंह द्वारा जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को बीएसआरडीसीएल एवं अन्य संबंधित पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए कार्य में तेजी लाने का निदेश दिया गया।

डीएम डॉ. सिंह ने सभी अंचलाधिकारियों को विभिन्न परियोजनाओं के मार्ग में अतिक्रमण को हटाने हेतु त्वरित कार्रवाई करने का निदेश दिया। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि सरकार के विकासात्मक एवं लोक-कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहें। आज की इस बैठक में अपर समाहर्ता, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, अपर जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, उप महाप्रबंधक, बीएसआरडीसीएल, एनटीपीसी, एनएचएआई, रेलवे एवं अन्य के प्रतिनिधि सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुमण्डल पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता तथा अंचलाधिकारी उपस्थित थे।

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