पहलु कोई भी हो अभी सिक्का नीतीश ही है। कुछ दिनो पहले तक दुनिया राम मंदिर और मोदी को याद कर रही थी पर बिहार की मिट्टी ही ऐसी है कि आप बिहार और बिहारी को नेगलेक्ट नही कर सकते हां आप थोड़े देर के लिए भूल जरूर सकते है पर याद तो करना ही होगा क्योंकि भारत का इतिहास गवाह है कि राजनीति की शुरुआत बिहार से ही हुई है। चाणक्य की भूमि , पहला गणतंत्र या महात्मा बुद्ध का सिद्धांत हो सब की जननी बिहार की भूमि ही रही है। आज के घटनाक्रम ने फिर से पूरे देश का ध्यान बिहार की ओर खीच लिया है। नीतीश कुमार ने आज फिर से 9वीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। महामहिम राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने राजभवन स्थित राजेन्द्र मंडप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजभवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि आज मेरे अलावा आठ लोगों ने मंत्री पद की शपथ ली है। तीन पार्टियों के सदस्य एवं एक निर्दलीय का शपथ ग्रहण हुआ है। सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा उप मुख्यमंत्री बनाये गये हैं।
मंत्रिपरिषद् के बाकी लोगों का भी शपथ ग्रहण बहुत जल्द होगा। हम बिहार के हित में विकास का कार्य करते रहे हैं, पूरे इलाके का विकास के लिये काम करते रहे हैं। इसी काम को आगे बढ़ायेंगे। हम पहले भी भाजपा के साथ थे, बीच में कहीं चले गये, अब पहले जहां थे, वहीं आ गये हैं। हमने विपक्ष को तेजी से एकजुट करने का प्रयास किया लेकिन वे लोग कुछ नहीं किये, वे सब बेकार हो गये।