लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा पटना में निकाले गए राजभवन मार्च के दौरान पुलिस की बर्बरता पूर्वक पिटाई को लेकर राष्ट्रीय सचिव ने किया तीव्र भर्त्सना


तारापुर मुंगेर
लोजपा रामविलास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमुई के लोकप्रिय युवा सांसद चिराग पासवान द्वारा पूर्व से आयोजित पटना में राजभवन मार्च निकालकर महामहिम राज्यपाल को राज्य सरकार के खिलाफ ज्ञापन सौंपने को लेकर पिछले दिनों नीतीश सरकार के पुलिस पदाधिकारियों द्वारा किए गए लाठीचार्ज में घायल सैकड़ों लोजपा रामविलास के कार्यकर्ताओं को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मिथिलेश कुमार सिंह ने तारापुर पहुंचकर पार्टी कार्यालय पर आज बुधवार को राज्य में गिरती कानून व्यवस्था को लेकर इसकी कड़ी निंदा किया है। श्री सिंह ने बताया कि पूरे प्रदेश मे आए दिन महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचार लूट अपहरण बैंक डकैती गिरती कानून व्यवस्था को लेकर डबल इंजन की सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है। प्रदेश के युवाओं के द्वारा मांगे जा रहे रोजगार के खिलाफ भी छात्रों द्वारा उठाए जा रहे आवाज पर भी शासन प्रशासन के अधिकारी उन्हें रोजगार देने के बदले उनके ऊपर बर्बरता पूर्वक लाठी बरसा रहे हैं। राज्य में लाठी गोली की सरकार अब चलने वाली नहीं है। राज्य सरकार 15 वर्ष पूर्व प्रदेश में लालू राबड़ी की सरकार के कार्यकाल का बार-बार हवाला देकर अपना चेहरा चमकाना चाहती है। जिसे संपूर्ण प्रदेशभर की जनता समझ चुकी है। इन्होंने राजभवन मार्च के दिन लोजपा रामविलास के कई बड़े नेता कार्यकर्ताओं के साथ जुल्मी पुलिस द्वारा मारपीट के दौरान सर फट गए तो वहीं सैकड़ों पार्टी के कार्यकर्ता के पैर में भी गंभीर चोटें आई। इसके पूर्व पार्टी के राष्ट्रीय सचिव श्री सिंह ने पूर्व सांसद रहे शशि शेखर राणा असरगंज को युवा लोजपा रामविलास के प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए जाने पर उन्हें चिट्ठी सौंपकर एवं माला पहनाकर पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा तारापुर प्रधान कार्यालय में सम्मानित किया गया। अंत में उन्होंने कहा कि इस जुल्मी सरकार के खिलाफ लोजपा रामविलास का एक-एक कार्यकर्ता इन्हें सत्ता से जब तक बेदखल नहीं कर देगी तब तक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन धरना भूख हड़ताल जारी रहेगा। इस मौके पर सांसद प्रतिनिधि चंद शेखर चौधरी युवा लोजपा रामविलास के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ सर्वेश कुमार लोजपा रामविलास के प्रदेश सचिव रविंद्र पासवान आईटी सेल के जिला अध्यक्ष रोहित कुमार मुख्य रूप से मौजूद थे।
शशि कुमार सुमन