मुंगेर के तारापुर के स्कूल में 60 बच्चो की तबियत अचानक बिगड़ी, जाने फिर क्या हुआ….
डा. फारूख ने बताया कि दवा खाने से पेट दर्द उल्टी होना साइड इफेक्ट है अतः घबराने की कोई बात नहीं है।

मुंगेर,प्राथमिक विद्यालय नया टोला राजगुरु में स्वास्थ्यकर्मियों की उपस्थिति में फाईलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के पहले दिन शनिवार को तय मात्रा में एल्बेंडाजोल एवं डीईसी की दवा खिलाने पर लगभग 60 बच्चों की तबियत अचानक बिगड़ गई। बच्चों के पेट में दर्द और उल्टी जैसी समस्या दिखने लगी तो तुरंत ही कार्यक्रम में उपस्थित स्वास्थ्यकर्मियों ने इसकी जानकारी अनुमंडल अस्पताल तारापुर को दिया। इसके तुरंत बाद ही ऐंबुलेंस के माध्यम से अस्वस्थ बच्चों को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल तारापुर लाया गया। जहां चिकित्सा पदाधिकारी डा. फारूख खान ने सभी बच्चों का इमरजेंसी सेवा के तहत स्वास्थ्य जांच कर इलाज किया और खतरे से बाहर बताया। डा. फारूख ने बताया कि दवा खाने से पेट दर्द उल्टी होना साइड इफेक्ट है अतः घबराने की कोई बात नहीं है।
इधर दवा का सेवन करने से बच्चों की तबियत बिगड़ने की जानकारी होते ही विद्यालय परिसर में अभिभावक व स्थानीय लोगो़ की भीड़ इकट्ठा हो गई। अभिभावक बिना अनुमति का दवा खिलाने का विरोध करते हुए हंगामा करने लगे। जानकारी पर पहुंचे पुलिस पदाधिकारी के.पी यादव ने लोगों को समझा बुझाकर सबसे पहले बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने का आग्रह किया।
इधर इलाज के लिए अस्पताल लाये गये बच्चों को देखने के लिए अभिभावकों व अन्य लोगों का हुजुम उमड़ पड़ा और हंगामा करने लगे । मौके पर मौजूद थानाध्यक्ष अरविंद कुमार, एएसआई के.पी यादव व अन्य पुलिस जवानों ने लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया।
इधर विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक विजय कुमार ने बताया कि अनुमंडल अस्पताल तारापुर के स्वास्थ्यकर्मी के द्वारा आशा कार्यकर्ताओं के मौजूदगी में दवाई खिलाने का कार्य किया गया। दवा खाने के कुछ ही देर बाद बच्चों के पेट में दर्द होने लगा तो कुछ को उल्टी होने लगी। आधे घंटे के अंदर और भी कई बच्चो की तकलीफ बढ़ने लगी। स्वास्थ्यकर्मियों ने इसकी जानकारी आनन फानन म़े अनुमंडल अस्पताल तारापुर को दिया। इधर जानकारी पर अनुमंडल अस्पताल तारापुर में स्थिति का जायजा लेने पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी राकेश रंजन कुमार ने कहा कि सूचना मिला कि प्राथमिक विद्यालय राजगुरु में ऐंटी फाइलेरिया का दवा खाने से कुछ बच्चों की तबियत बिगड़ गई है। यह दवा का साइड इफेक्ट हो सकता है। एहतियात के तौर पर दो तीन दिन दवा खिलाने पर रोक लगाया जायेगा। दवा खाने से बच्चों की तबियत क्यों खराब हो रही है इसकी जांच कराई जायेगी।
प्रभारी उपाधीक्षक डा.बिंदु कुमारी ने कहा कि ऐंटी फाइलिया का दवा खाने से पेट में दर्द उल्टी की टेंनडेंसी होना दवा के साइड इफेक्ट का लक्ष्ण है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। यदि पेट दर्द व उल्टी का लक्षण महसूस हो रहा है तो ऐसी स्थिति में बच्चों को पेट दर्द व उल्टी रोकनेे की दवा देनी है।ओ आरएस का घोल आदि पिलाना है।
राजीव रंजन।