-सुबह से 11:00 बजे तक बंद रही शहर की सभी दुकानें
— अग्नीपथ के विरोध में जमकर विद्यार्थियों ने काटा बवाल।
तारापुर,
अग्निवीर योजना सेना भर्ती मामले को लेकर बेरोजगार युवाओं द्वारा किए जा रहे भारी विरोध एवं कई राजनीतिक पार्टियों द्वारा बिहार बंद के आह्ववान पर तारापुर में शनिवार को बेरोजगार युवकों की आड़ में असामाजिक तत्व ने घुसकर कुछ देर के लिए शहर में बंद के दौरान जमकर बवाल काटा ।
जानकारी के अनुसार सुबह से ही जगह – जगह मजिस्ट्रेट पुलिस बल तैनात रहने के बाद भी युवाओं की भारी भीड़ ने प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार के सरकारी वाहन को देखते ही भड़क गए । कुछ ही मिनटों के भीतर असामाजिक तत्वों ने सरकारी वाहन को क्षतिग्रस्त करते हुए शीशा तोड़ दिए । इतना ही नहीं युवाओं के भीड़ में 15 से 25 वर्ष के अधिकतर युवा हाथ में लोहे का रड, डंटा, इत्यादि लिए थे । इस भीड़ का फायदा उठाते हुए असामाजिक तत्वों ने पुराना प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित अधिवक्ता के कुर्सी टेबल सहित नगर पंचायत तारापुर की सड़कों पर कूड़ा कचरा डालने को लेकर रखे गए शहर में 17 डस्टबिन को भी तहस-नहस कर दिया ।
युवाओं की भारी भीड़ के कारण सुबह से ही थाना में जमे पुलिस उपाधीक्षक पंकज कुमार थानाध्यक्ष राजेश कुमार रंजन सहित सभी पुलिसकर्मी असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर तो बनाए थे, पर इनके द्वारा उपद्रवियों पर जो कार्रवाई करनी चाहिए उस लिहाज से स्थानीय प्रशासन पूरी तरह कमजोर बनी रही। इतना ही नहीं शहीद स्मारक चौक तारापुर पर एकत्रित होकर युवाओं ने टायर जलाकर अग्निवीर योजना सेना भर्ती का जमकर विरोध कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की । विभिन्न सड़क मार्ग में सवारी गाड़ी के वाहनों को भी आंशिक रूप से जहां-तहां क्षतिग्रस्त करने की सूचना मिल रही है। बिहार बंद को लेकर सुबह से ही शहर के सभी तरह की दुकानें पूरी तरह से स्वतःस्फूर्त बंद रहा । बंद के दौरान सड़कों पर दोपहर तक सवारी गाड़ी का आवागमन भी पूरी तरह से ठप रहा। शहर में सरकारी एवं प्राइवेट संस्थान बंद के मद्देनजर सुरक्षा की दृष्टिकोण को देखते हुए बंद रखा। अनुमंडल एवं प्रखंड कार्यालय से लेकर पोस्ट ऑफिस बैंक बिहार बंद को लेकर कर्मचारियों के नहीं पहुंचने से ऑफिस सुना रहा। बिहार बंद को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत कुमार अपने कार्यालय कक्ष से ही पल-पल की खबर को लेकर अपने अधीनस्थ पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों से संपर्क बनाए रखा । दोपहर के आसपास से शहर में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हुई तब जाकर दो पहिया एवं प्राइवेट वाहनों का परिचालन धीरे-धीरे शुरू हुआ । युवाओं ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार जनविरोधी फैसले लेकर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। यही कारण है कि युवाओं को सरकार के इस फैसले के विरोध में सड़कों पर उतरना पड़ रहा है । परोक्ष रूप से सभी विरोधी दल के नेताओं एवं पार्टियों का समर्थन छात्रों को मिला। आगे युवाओं ने कहा कि जब युवा अपनी आवाज उठाने के लिए आगे आ रहे हैं तो सरकार पुलिस को आगे कर उन्हें रोका जा रहा है । देश में बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही है और केंद्र एवं राज्य सरकार हम लोगों को झुनझुना थमा रहा है । सरकार को चाहिए था कि अग्नीपथ को लेकर सभी विरोधी दल के साथ एवं छात्रों और युवाओं के प्रतिनिधिमंडल से बात कर इस फैसले को लेते तो कहीं कोई दिक्कत नहीं होती ।इस मौके पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पंकज कुमार, वरीय अनुमंडल पदाधिकारी वसीम अकरम , दंडाधिकारी के रूप में सुभाष चंद्र राजकुमार अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार, थाना अध्यक्ष राजेश रंजन सहित सभी पुलिस पदाधिकारी मुस्तैद दिखे।
शशि कुमार सुमन