
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व खान अब्दुल गफ्फार खान उर्फ सीमांत गांधी का 135 वीं पुण्यतिथि
मधुबनी।
आज जिला कांग्रेस कमिटी मधुबनी के सभागार में देश के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व खान अब्दुल गफ्फार खान उर्फ सीमांत गांधी का 135 वीं पुण्यतिथि पार्टी जिलाध्यक्ष प्रो शीतलाम्बर झा के अध्यक्षता में सादगी से मनाई गई।
सर्वप्रथम उनके तैल चित्रों पर कांग्रेसजनों ने पुष्पांजलि अर्पित कर शिद्दत से याद किया।
कार्यक्रम को संवोधित करते हुए जिलाध्यक्ष प्रो झा ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि अब्दुल गफ्फार खान महान राष्ट्रभक्त थे वे देश की आजादी आंदोलन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के परम सहयोगी थे,अंग्रेजों के खिलाफ निरन्तर संघर्ष करते रहे और कई बार उन्हें लम्बी जेल की यातना दी गई ,लेकिन वे कभी अंग्रेजों से डरे नही और लड़ते रहे इसलिए उन्हें सीमांत गांधी की उपाधि प्रदान किया गया, वे महान मानवतावादी सर्वधर्म समभाव में विश्वास करते रहने बाले महान योगी थे उनके जीवन मे सबसे बड़ा राष्ट्रधर्म था इसी को लेकर उन्हें 1934 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर सुशोभित किया गया ,अजादी के बाद देश का बंटबारा का वे घोर विरोधी थे और जिन्ना को कभी पसंद नही किए वे खुलकर पाकिस्तान का विरोध किया,उनके दादा भी अजादी आंदोलन में भाग लिए और उन्हें प्राणदण्ड दिया गया था ,उन्हें ही इन्दिरा गांधी को राजनीति में लाने का श्रेह मिला ,पाकिस्तान की जेलों में लगभग चालीस साल तक यातनाएं सहते रहे उन्हें भारतरत्न की उपाधि भी भारत सरकार ने प्रदान किया था जीवनपर्यंत उन्होंने देश के लिए संघर्ष करते रहे मरणोपरांत उन्हे अफगानिस्तान के जलालाबाद में सुपुर्दे खाक हुए जिसमे तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी ने भाग लेकर उन्हें श्रदासुमन अर्पित किया था।
कार्यक्रम में मो0 अमानुल्लाह खान,जिलाउपाध्यक्ष ज्योति झा,मो अकील अंजुम,मनोज मिश्रा,मो सबीर,राजीव शेखर झा,जय कुमार झा,मो जफीरुल हक,विश्वनाथ पासवान, मंडल,विनय कुमार झा,अनिल चन्द्र झा,मो अताउल्लाह, मो नूर अंसारी,पवन यादव,आनंद कुमार झा,प्रमोद मंडल आदि दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।