दशम् अभिषेकात्मक महारुद्र यज्ञ प्रारम्भ, वैदिक विद्वानों की उपस्थिति से वातावरण हुआ सात्विक.
नवगछिया, बरीघाट , ठाकुरबारी के प्रांगण में विगत 14 जुलाई से प्रारंभ हुआ। जिसकी भव्य शोभायात्रा गुरु पूर्णिमा के अवसर पर निकाली गई । इसके बाद 14 जुलाई से भगवान आशुतोष का श्रावन के पावन पर्व पर कुल 31 वैदिक विद्वानों द्वारा महारुद्राभिषेक प्रारंभ हुआ । साथ ही ज्ञान मंच के माध्यम से पूज्य संत महंत श्री सिया बल्लभ शरण जी महाराज के द्वारा संगीत में शिव महापुराण की कथा का शुभारंभ परम पूज्य संत श्री आगमानंद महाराज जी द्वारा शुभारंभ किया गया । कथा के क्रम में 16 जुलाई को कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के विद्वान कुलपति प्रोफेसर शशिनाथ झा जी द्वारा द्वितीय कथा श्री गरुड़ पुराण का शुभारंभ किया गया । जिसके मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्र के जाने-माने विधायक श्री गोपाल मंडल जी उपस्थित थे इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के पत्रकारों का सम्मान महारुद्र समिति , नवगछिया के द्वारा किया गया । कथा के क्रम में ही निरंतर श्री वृंदावन धाम से पधारी साध्वी ऋचा जी द्वारा श्रीमद् भागवत की अविरल गंगा प्रवाहित हो रही है इस क्रम में दो पारियों में भगवान भूत भावन सदाशिव का महा रुद्राभिषेक चल रहा है। जिससे संपूर्ण क्षेत्र का वातावरण शिवमय हो गया है कथा के क्रम में श्री गरुड़ महापुराण की कथा दिनांक 16 जुलाई से विद्यावाचस्पति डॉo सत्यवान कुमार जी के द्वारा संगीतमय कथा की ज्ञान गंगा की अविरल धारा प्रवाहित हो रही है जिसमें भक्तगण भरपूर गोता लगा रहे हैं।
इस यज्ञ का संचालन डॉo श्रवण शास्त्री जी के निर्देशन में यज्ञ आचार्य पंडित ललित कुमार शास्त्री के साथ काशी , वृंदावन एवं दरभंगा विश्वविद्यालय के वैदिक विद्वान, महारुद्र यज्ञ समिति के अध्यक्ष त्रिपुरारी भारती, सचिव प्रवीण भगत, संयोजक मिलनसागर ,कोषाध्यक्ष चंदन सिंह, अजीत कुमार पटेल एवं सभी सदस्य गण के द्वारा की जा रही है.
कुणाल भगत