
पटना :- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक अणे मार्ग स्थित ‘लोक संवाद’ में संभावित बाढ़, सुखाड़ एवं अन्य आपदाओं की पूर्व तैयारियों को लेकर बुधवार को समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष गर्मी ज्यादा है। इसे ध्यान में रखते हुए सभी प्रकार की तैयारी रखें और लोगों को सचेत करें। वहीं, बैठक में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक ने इस वर्ष मॉनसून सत्र के दौरान वर्षापात के पूर्वानुमान की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अप्रैल-मई महीने में देश के अधिकांश हिस्सों, जिसमें बिहार राज्य भी शामिल है, जहां अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान सामान्य स्तर और औसत से अधिक रहने की संभावना है। इस अवधि में लू चलने की संभावना बताई गई है।
उन्होंने अधिकारियों से किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए और यह भी कहा कि आम जनता को तापमान के बारे में रियल टाइम इन्फाॅर्मेशन दी जानी चाहिए।बैठक में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक ने इस साल मानसून के वर्षापात के पूर्वानुमान के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि अप्रैल और मई में बिहार सहित देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान औसत से अधिक रह सकता है। ऐसे में लू चलने की आशंका अधिक है। इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अफसरों से अभी से तैयार रहने को कहा और यह भी कहा कि एक एक चीज पर नजर रखें। उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग को भी सतर्क रहने को कहा ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, जिन जिलों में बाढ़ आश्रय स्थल का निर्माण पूरा नहीं हुआ है, वहां इस पर तेजी से काम निपटाए जाएं। पिछले साल सामुदायिक रसोई का बेहतर ढंग से संचालन किया गया था तो इस बार भी बाढ़ के हालात में इसके अच्छे तरीके से संचालन की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि मानसून से पहले सभी सुरक्षात्मक उपाय पूरे कर लिए जाएं। उन्होंने नदियों के गाद की उड़ाही और शिल्ट हटाने को लेकर तेजी से काम करने के निर्देश दिए। इससे जहां बाढ़ का खतरा कम होगा, वहीं नदियों के जल संग्रहण की क्षमता भी बढ़ जाएगी।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि भूजल स्तर पर भी नजर रखें और पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी डीएम को ताकीद की कि वे अपने अपने जिले में हालात का आकलन पहले से कर लें और उसी हिसाब से तैयारी भी करें। बैठक में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज, वित्त एवं वाणिज्य कर मंत्री विजय कुमार चैधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा सहित कई मंत्री और अफसर मौजूद थे।