गुलनी से चार दिन पहले लापता छात्र आयुष का शव खर्रा नदी किनारे फेका मिला।
पुलिस को शक - प्रेम-प्रसंग में छात्र आयुष की हुई हत्या।

शंभूगंज (बांका),
स्थानीय गुलनी गांव से चार दिन पूर्व लापता छात्र आयुष कुमार का शव पांचवे दिन गुरुवार को नागा टोला के सामने खर्रा नदी किनारे फेका मिला। इसकी सूचना मिलते ही गांव में यह बात आग की तरह फैल गई। पीड़ित स्वजनों के साथ अन्य ग्रामीण भी खर्रा नदी की तरफ दौड़ पड़े। शव पर हाथ पैर सहित अन्य हिस्सों में कटे होने के निशान मिले। इससे स्पष्ट है कि छात्र की हत्या कर फेंका गया। वहीं, पहले से सजग प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष कुमारी सिया भारती एवं अपर थानाध्यक्ष कुंदन कुमार सहित अन्य पुलिस प्रशासन भी शव का शिनाख्त करने गांव पहुंचे। पीड़ित स्वजनों के आक्रोश के सामने पुलिस की एक न चली। स्वजनों ने पहले तो पुलिस प्रशासन पर ही शिथिलता का आरोप लगा रहे थे। यदि पहले से प्रशासन सजग होता तो शायद इतनी बड़ी घटना नहीं होती। घटना की जांच करने एसडीपीओ बिपिन बिहारी घटनास्थल पहुंचे। स्वजनों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन विफल रहे। एसडीपीओ के निर्देश पर भागलपुर से डाग स्क्वायड के साथ एफएसएल की टीम को बुलाया गया। पुलिस ने विज्ञानी तरीके से जांच शुरू कर दी है। एसडीपीओ बिपिन बिहारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया तो शव की हत्या कर साक्ष्य छिपाने के लिए नदी किनारे फेका गया है, इसकी जांच की जा रही है। दोषी लोगों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
इंटरमीडिएट का छात्र था आयुष, रांची में रहकर करता था तैयारी-
मुंगेर जिले के संग्रामपुर थाना के जमुआ निवासी पालन सिंह का 16 वर्षीय पुत्र आयुष कुमार इंटरमीडिएट का छात्र था। वह फिलक्त रांची में रहकर इंटर के साथ-साथ इंजिनियरिंग की तैयारी करता था। पिता बीएसएफ में है, और मां नीलूौ देवी गृहणी है। छात्र आयुष तीन भाई बहनों में सबसे छोटा था। बड़ा भाई अमन और बहन कोमल कुमारी अभी पढ़ाई कर रहा है।
दुर्गा पूजा में मेला देखने आया था ननिहाल-
आयुष कुमार रांची से दशहरा मेला देखने ननिहाल गुलनी अपने नाना श्यामानंद उर्फ सरदार सिंह के घर आया था। पीड़ित स्वजनों ने बताया कि 13 अक्टूबर की शाम अचानक आयुष गुलनी दुर्गा मंदिर के समीप से रहस्यमय ढंग से लापता हो गया। अगले दिन छात्र के नाना श्यामानंद उर्फ़ सरदार सिंह ने थाने में लापता की रिपोर्ट दर्ज कराई। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने बुधवार को नागा टोला में छापेमारी भी की, जिसमें पुलिस को टोलेवासियों का विरोध का सामना करना पड़ा। अंततः पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। इस संबंध में प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष कुमारी सिया भारती ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए बांका भेजा गया है। इस कांड में हत्या का मुकदमा दर्ज होगा।
प्रेम-प्रसंग में छात्र आयुष की हुई हत्या।
गुलनी गांव का चर्चित आयुष हत्याकांड में प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया है। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन एवं ग्रामीण सूत्रों के आधार पर युवती एवं मां को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। दरअसल आयुष कुमार का अपने ननिहाल के नागा टोले में एक युवती से आंखे चार हो गया। आयुष भले रांची में रहकर पढ़ाई करता था, लेकिन दिल ननिहाल के प्रेमिका में लगा रहता था। प्रेमिका के बुलाने पर आयुष दुर्गा पूजा में रांची से ननिहाल आया था। गुलनी दुर्गा मंदिर में प्रतिमा विसर्जन के बाद प्रेमिका के बुलाने पर आयुष मिलने के लिए गया। आयुष को यह जरा भी पता नहीं था कि वह जिसे दिलोजान से चाह रहा है, उसके और भी कई प्रेमी है। बताए गए स्थान पर आते ही सभी लोगों ने आयुष को दबोच लिया। गांव में चर्चा है कि उसी दिन आयुष की बेरहमी से पिटाई कर हत्या कर दी गई। नाना श्यामानंद उर्फ सरदार सिंह द्वारा जब थाने में शिकायत किया गया तो पुलिस ने मोबाइल लोकेशन को खंगालना शुरू कर दिया। लोकेशन के आधार पर पुलिस बार-बार छापेमारी करने नागा टोली जाते रही, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। अंततः पुलिस के बढ़ते दवाब को देख बुधवार की रात सुनसान देख शव को सामने खर्रा नदी के समीप झाड़ी में फेक दिया। सुबह किसी ग्रामीणों की नजर शव पर पड़ा। छात्र के नृशंस हत्या की चर्चाओं का बाजार गर्म है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में इस तरह की घटना पहली बार हुई है। प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष कुमारी सिया भारती ने बताया कि हरेक विंदुओं पर घटना की जांच की जा रही है।