Breaking Newsदेशपटनाबिहार

नीतीश कुमार जातीय जगणना के मामले में विधान मंडल के द्वारा पारित प्रस्ताव के सम्मान को ठेस पहुंचा रहे हैं: तेजस्वी प्रसाद यादव

नीतीश कुमार जातीय जगणना के मामले में विधान मंडल के द्वारा पारित प्रस्ताव के सम्मान को ठेस पहुंचा रहे हैं: तेजस्वी प्रसाद यादव

पटना : नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि जातीय जनगणना के
मामले में नीतीश कुमार की नीयत ठीक नहीं है। जब बिहार के नेताओं के साथ
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में शिष्टमंडल प्रधानमंत्री से मिला था तो उस दिन
मुख्यमंत्री ने कहा था कि जातीय जनगणना राष्ट्रहित में है और इसका सम्मान
होना चाहिए। अगर केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना नहीं कराया तो बिहार सरकार
अपने खर्च पर जातीय जनगणना कराएगी। लेकिन केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना
से इंकार कर दिया है तो अब नीतीश कुमार सर्वदलीय बैठक के नाम पर इसे
टाल-मटोल कर रहे हैं। जबकि पूर्व में कर्नाटक और केरल जैसे राज्यों ने
अपने खर्च पर जातीय जनगणना कराया है, अगर यह सही समय पर हो जाता तो इससे
आम लोगों को फायदा होता। और झोपड़ी मे रहने वाले और छोटे काम करने वालों
को भी इससे सम्मान मिलता। लेकिन मुख्यमंत्री ने विधानमंडल के प्रस्ताव का
भी सम्मान नहीं कर पा रहे हैं, जबकि विधानमंडल ही सर्वोपरि होता है। अगर
हमारी सरकार होती तो बिना सत्ता के मोह के अपने खर्च पर जातीय जनगणना
करवाते और गरीबों वंचितों को उसका हक और अधिकार देने का काम करते ।
इन्होंने कहा कि नीतीश कुमार विशेष राज्य के दर्जे की मांग किस से
कर रहे हैं जबकि वह केंद्र और राज्य दोनों जगह सत्ता में है। संसद में
इनके ही लोग कहते हैं कि बिहार सरकार खर्च ही नही करती है जिस कारण बिहार
में विकास नहीं हो रहा है। इस पर नीतीश कुमार जी चुप्पी क्यों साधे हुए
हैं।
इन्होंने आगे कहा कि सुशासन किस बात की यहां लाॅ एन्ड ऑर्डर नही
है ? अब तो बालू माफिया और प्रशासन के लोग ने गरीब मजदूरों को बंधक बनाना
शुरू कर दिया है और गया जिला की घटना मानवता को शर्मसार करती है, लेकिन
अब तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यह स्पष्ट करता है कि
बिहार में माफियाओं के इशारे पर सरकार चल रही है।
श्री तेजस्वी यादव ने आगे वीडियो दिखाते स्वास्थ्य व्यवस्था और
अस्पताल की स्थिति पर सवाल करते हुए पूछा कि अस्पताल है या कुत्ते का घर
है? यह मामला सिवान जिला मंगल पांडेय का गृह जिले का है। वहां ऐसी स्थिति
है तो पूरे राज्य में क्या स्थिति होगी ,इससे समझा जा सकता है। बिहार में
गवर्नेस नाम का कोई चीज नहीं है और क्या स्थिति पैदा कर दी गई है कि
सफाई कर्मी अब ऑपरेशन कर रहे हैं, और आईसीयू में कुत्ते का वास है इस तरह
के मामले को विधानसभा सत्र खुलने पर वह उठाएंगे। और सरकार से सवाल करेंगे
कि क्या ऐसी ही व्यवस्था से बिहार को चलाया जायेगा।
इन्होंने ने प्रियंका गांधी द्वारा लालू जी के संबंध में ट्वीट
किए जाने पर कहा कि यह सभी को पता है कि बीजेपी अपने विरोधियों के साथ
कैसा बर्ताव करती है। महाराष्ट्र का सर्वोत्तम उदाहरण है, जहां भाजपा
अपने समर्थन से उप मुख्यमंत्री बनाने के बाद भाजपा ने उन्हें क्लीनचिट
दी। और जब वह भाजपा से वो अलग हुए तो अब उनके साथ कैसा व्यवहार किया जा
रहा है ये सभी को पता है। हमें बीजेपी के संबंध में बताने की आवश्यकता
नहीं है, वह हमेशा अपने विरोधियों को दबाव में लाने के लिए ही कार्य करती
है। जब रोजगार के सवाल पर भाजपा से पूछा जाता है तो वह भाग जाती है। देश
और बिहार में रोजगार देने की बात की गई थी लेकिन नौजवान के साथ क्या हो
रहा है, यही सभी को पता है।
इन्होंने आगे कहा कि स्थानीय निकाय के चुनाव में जो भी पार्टी के विरोध
में कार्य करेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी और इस संबंध में माननीय प्रदेश
अध्यक्ष जी पूरी तरह से निगाह रखे हुए हैं। पार्टी में अनुशासन और पार्टी
के प्रति कर्तव्यों के निर्वहन का सभी को पालन करना चाहिए।
इस अवसर पर संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष श्री जगदानंद सिंह,
प्रदेश उपाध्यक्ष वृषण पटेल, डाक्टर तनवीर हसन, पूर्व विधायक शक्ति
सिंह यादव, प्रवक्ता एजाज अहमद, कार्यालय सचिव चंदेश्वर प्रसाद सिंह,
प्रदेश महासचिव बल्ली यादव, मदन शर्मा, इंजीनियर अशोक यादव, प्रमोद कुमार
राम सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि संवाददाता सम्मेलन के बाद
नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव राज्य कार्यालय से सीधे पूर्व
मंत्री वृषण पटेल के आवास पर उनके बीमार पुत्र को देखने के लिए पहुंचे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *