
मुंगेर,
नक्सल प्रभावित पिछड़े क्षेत्रों में भी अब पढ़ाई को हाई टेक किया जा रहा है। पढ़ाई के क्षेत्र में तो वैसे भी बिहार के छात्रों का कोई मुकाबला नहीं है पर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पढ़ाई का साधन मौजूद नहीं है वहां भी अब सरकार एवम समाजसेवियों द्वारा पढ़ाई का अच्छा प्रबंध किया जा रहा है। वैसे तो शिक्षा को आप बांध कर नही रख सकते आज के वैश्विक युग में पूरे विश्व से जुड़कर ही आप अपने को अप टू डेट रख सकते है। चाहे आप किसी पिछड़े ग्रामीण क्षेत्र में ही रहते हों अगर आप अच्छी शिक्षा नही पाएंगे तो समाज के धनाढ्य तबके के लोगो से पिछड़ सकते है। इसलिए जरूरी है की ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्र में भी पढ़ाई की सुविधा हो । इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए नक्सल प्रभावित क्षेत्र संग्रामपुर में रामधनी भगत डिग्री कॉलेज की स्थापना हुई और देखते देखते साधन विहीन लोगो के बच्चे भी ग्रेजुएट् की पढ़ाई करने लगे। जो बच्चियां इंटर के बाद डिग्री कॉलेज का मुंह नही देख पाती थी मानो उनके सपनों को पंख ही लग गया अब वे पढ़ाई आगे जारी रख रही है।
महाविद्यालय के प्राचार्य अशोक भगत ने बताया कि इस हाई टेक समय में छात्रों को सभी अन्य जानकारियों से अपडेट रखने के लिए स्मार्ट क्लास लगाया गया है जिससे हमारे भी छात्र देश के अन्य अच्छे महाविद्यालयों के फैकल्टी का क्लास कॉलेज से ही कर पाएंगे जिससे उनके जानकारी का आदान प्रदान होगा और बौद्धिक विकास भी विद्यार्थियों का होगा। उन्होंने आगे बताया कि पिछड़े ग्रामीण क्षेत्र में उपलब्ध सीमित साधन में ही हमलोग विद्यार्थियों के लिए दिन रात एक किए हुए है जिससे कि ग्रामीण, पिछड़े तबके के बच्चे भी मुख्य धारा से जुड़ सके।