पटना: चुनाव जीतने पर रजनी सिन्हा करेंगी वार्ड 43 का चौतरफा विकास
पटना :- बिहार में नगर निगम के चुनाव की घोषणा हो चुकी है। जिसके तहत प्रत्याशी अपना अपना नॉमिनेशन करने जा रहे हैं। इसी के तहत आज 21 सितंबर को पटना के वार्ड 43 के वार्ड पार्षद पद के लिए जुझारू व सुयोग्य उम्मीदवार रजनी सिन्हा ने अपना नॉमिनेशन दाखिल किया। इनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है। इनके नामांकन के समय हजारों हजारों की तादाद में वार्ड 43 की जनता उपस्थित थी ऐसा लग रहा था मानो रजनी सिन्हा की नॉमिनेशन ना हो बल्कि जीत हो। क्योंकि वार्ड की जनता उन्हें अभी से माला और आशीर्वाद देकर उन्हें जिताने का संकल्प ले रही हो। आपको बताते चलें कि विगत 4 टर्म से प्रमिला वर्मा वार्ड पार्षद बनते आ रही हैं। लेकिन क्षेत्र की समस्या जस की तस बनी हुई है और देखने पर यह प्रतीत होता है यह दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। जिसके चलते स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है और वह निवर्तमान पार्षद को बदलना चाह रही है। आपको बता दें इस पद के लिए पहले रजनी सिन्हा के पति एवं वरिष्ठ समाजसेवी मनोज कुमार सिन्हा चुनाव लड़ते थे और बहुत ही कम वोटों के अंतर से मनोज सिन्हा एवं उनकी पत्नी चुनाव जीतते जीतते रह जाते हैं। और हर चुनाव में नंबर दो के स्थान पर आकर रह जाते है।जिसकी कसक रजनी ब मनोज सिन्हा से कहीं ज्यादा क्षेत्र की जनता को है। क्षेत्र की जनता तो खुले तौर पर यह बात बोलती है कि हम तो अपना पार्षद रजनी सिन्हा एवं मनोज सिन्हा को चुनते हैं लेकिन धनबल का प्रयोग कर अंतिम समय में इस पद को गलत तरीके से कोई और ले जाता है। और इस बार क्षेत्र की जनता पूरी तरह से मन बना चुकी है की निवर्तमान पार्षद को इस चुनाव में शिकस्त देना है। आपको बता दें कि वर्ष 2019 में पूरा राजेंद्र नगर जलमग्न हो गया था। जिसके चलते पूरे राजेंद्र नगर में त्राहिमाम मचा हुआ था और लोग अपने पार्षद को खोज रहे थे। लेकिन क्षेत्र की पार्षद प्रमिला वर्मा कहीं नजर नहीं आई और वही मनोज सिन्हा तन मन धन से जहां तक संभव हो सका लोगों की सहायता करते नजर आए। यह तो एक बानगी है जब कभी भी क्षेत्र के लोगों को समस्या से रूबरू होना पड़ता है तो लोग प्रमिला वर्मा की तरफ कम और मनोज सिन्हा की तरफ ज्यादा जाने का रुख करते हैं। और मनोज सिन्हा का दरवाजा 24 घंटा हर समय खुला मिलता है और वे खुले दिल से लोगों की मदद ही करते हैं। आज पूरे जोश में लोगों ने यहां तक कह दिया की निवर्तमान पार्षद निजी स्वार्थ को साधने के लिए चुनाव लड़ती हैं और धनबल का प्रयोग कर चुनाव जीतने में सफलता प्राप्त करती हैं। लेकिन इस बार हम लोग यह नहीं होने देंगे और निश्चित रूप से इस बार वार्ड का चुनाव जीतेंगे और यह रजनी सिन्हा की नहीं बल्कि जनता की जीत होगी। और हम लोगों का अधिक से अधिक कल्याण होगा वार्ड में हर ढंग की सुविधा लोगों को मिलेगी चाहे वह हेल्थ कार्ड हो या राशन कार्ड हो या आयुष्मान कार्ड या किसी भी तरह की समस्या हो क्षेत्र की जनता को इसका लाभ मिलेगा। नामांकन के समय इस वार्ड के समाजसेवी मृणाल कुमार राज ने कहा की हकीकत में हमारे वार्ड पार्षद रजनी सिन्हा हैं क्योंकि मुश्किल की घड़ी में रजनी सिन्हा और उनके पति मनोज कुमार सिन्हा ही खड़े दिखते हैं 4 बार जीतने वाली प्रमिला वर्मा क्षेत्र की जनता की खबर लेने 5 सालों में 4 बार भी ढंग से क्षेत्र का भ्रमण नहीं की होगी। हम लोग इस बार हॉर्स ट्रेडिंग नहीं होने देंगे। और प्रमिला वर्मा के जो निजी चाटुकार हैं उसकी भी चलने नहीं देंगे।क्योंकि प्रमिला वर्मा के चुनाव जीतने से केवल और केवल उनके चाटुकारों की ही भलाई होती है। क्षेत्र की जनता को इससे कोई लेना-देना नहीं है।इस अवसर पर बोलते हुए समाजसेवी उत्कर्ष ने कहा कि हम लोग युवा हैं और रजनी सिन्हा युवाओं को बढ़ावा देती हैं।आज की जितनी भी केंद्र और राज्य की योजनाएं है उसमें क्षेत्र की जनता को भागीदार बनाने की कोशिश करती हैं।जहां तक संभव हो सके योजनाओं की लाभ यहां की जनता को मिले। और इस बार रजनी सिन्हा नंबर दो पर नहीं बल्कि नंबर एक के पद पर काबिज होगी। और चुनाव जीतने में सफलता प्राप्त करेगी। देखते हैं कौन इन को चुनाव जीतने से रोकता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस बार के चुनाव में अगर रजनी सिन्हा चुनाव जीतती हैं तो क्षेत्र की जनता को कहां तक इसका लाभ मिलता है और वार्ड 43 का विकास कहां तक संभव हो पाता है।इस मौके पर वार्ड 43 के जनता कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे, गुड्डू यादव, संतोष यादव, संदीप सिन्हा, बंटी, अभिषेक, इंद्रजीत गुप्ता, सूरज मिश्रा, रोहित कुमार, बाबा, निलेश उर्फ पप्पू, रिशव कुमार, रवि कुमार इत्यादि थे।।