डी आर यू सी सी की बैठक मे शामिल हुए प्रवीण भगत, नवगछिया स्टेशन की सुविधाओं को बढ़ाने का दिए सुझाव।
भागलपुर, सोनपुर मंडल
भागलपुर, रेलवे सोनपुर मंडल मे मंडल रेल उपयोगकर्ता परामर्श दात्री समिति (डी आर यू सी सी) की अति महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक की अध्यक्षता मंडल रेल प्रबंधक ने किया। सभी वरिष्ठ अधिकारीयो की उपस्थिति में डी आर यू सी सी सदस्यों ने रेल एवं रेल यात्रियों की सुविधा के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। डी आर यू सी सी सदस्य प्रवीण भगत ने भी इस महत्वपूर्ण बैठक में भाग लिया। उन्होंने कई सुझाव रेलवे को दिए जो उन्हें जनता से प्राप्त हुए थे।
उन्होंने नवगछिया स्टेशन में यात्री सुविधाओं के विकास के लिए लोगों से प्राप्त सुझाव को मजबूती से इस महत्वपूर्ण बैठक में रखा। नौगछिया के लोगो ने कहा कि उम्मीद है की सबो के, सम्यक प्रयास से आने वाले समय में जन अपेक्षाओं के अनुरूप परिणाम सामने आएंगे । प्रवीण भगत ने बताया कि उन्होंने निम्न सुझाव रेलवे को दिया। –
- सोनपुर मंडल के अंतर्गत सबसे व्यस्ततम नवगछिया माल गोदाम है माल गोदाम का एप्रोच पथ काफी जर्जर है जिसमें आए दिन दुर्घटना होती रहती है एवं माल रखने के लिए समुचित सेड की व्यवस्था नहीं है नाही पेजल की व्यवस्था है एवं माल गोदाम की साइडिंग की , चौड़ाई काफी कम है।
- गेट नंबर 11 मकनपुर का रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण विगत कई वर्षों से अर्ध निर्मित व्यवस्था में पड़ा हुआ है इस कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण किया जाए जिससे लोगों को बहुत लाभ मिलेगा और जाम की समस्या भी नहीं रहेगी
- नवगछिया स्टेशन का ओवर ब्रिज के उत्तर दिशा के तरफ से स्टेशन परिसर को सुंदरीकरण करते हुए स्टेशन से जोड़ना ताकि यात्री फिर सीधे स्टेशन ओवर ब्रिज पुल के पास आसानी से पहुंच जाए
- गाड़ी संख्या 12523/24, 15933/34, 12407/08., 15667/68, 19601/02 गाड़ी की ठहराव कम से कम 2 मिनट दिया जाए
- प्लेटफार्म संख्या एक एवं दो के पूर्वी भाग में शीतल पेयजल की व्यवस्था की जाए
- नवगछिया स्टेशन पर गाड़ी को प्लेटफार्म पर लगती है कोच इंडिकेशन नहीं होने के कारण यात्री को काफी परेशानी होती है
- बिहपुर में इमली चौक से बिहपुर स्टेशन तक रोड काफी जर्जर है इस रोड को अभिलंब निर्माण की जाए
उपरोक्त सभी मुद्दों पर समय सीमा के अंदर आवश्यक कार्रवाई किया जाना अपेक्षित है.
प्रवीण भगत के द्वारा उपरोक्त मांगे रेलवे को देने से क्षेत्र के लोगो मे हर्ष देखा गया।
कुणाल भगत