सीएम ने “समाधान यात्रा” के क्रम में मोतिहारी जिले में विकास योजनाओं का लिया जायजा, अधिकारियों को दिए कई निर्देश

पटना :- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को समाधान यात्रा में मोतिहारी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जगह जगह पर निरीक्षण कार्य किया. साथ ही लोगों की समस्या भी सुनी. मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी समाधान यात्रा का मकसद यही है कि विकास कार्यों का जायजा लेना है. कितना काम हुआ, कितना वंचित है और उसके अलावा कहीं कुछ जरुरत है जो लोगों की इच्छा है, इन सब चीजों को जानने और समझने के लिए यात्रा है. मैं इसी सिलसिले में सब जगह जाकर देख रहा हूं कि अच्छा से काम हुआ है, लेकिन जब मीटिंग होती है तो उसमें भी सब लोग बता देते हैं कि कहां क्या कमी है. कहा मैं डिपार्टमेंट के लोगों को जोड़कर हम रखता हूं. यहां के भी कुछ लोग रहते हैं.
मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण करने के पहले उन्होंने जिला परिषद कार्यालय परिसर में बने जिला पंचायत संसाधन केंद्र, कोटवा प्रखंड के मच्छरगांवा पंचायत में बने बायो गैस प्लांट और अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई,सदर अस्पताल परिसर में बने ओपीडी भवन,सुगौली प्रखड के उत्तरी सुगांव पंचायत के जीविका भवन का उद्घाटन किया है।
इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने बंजरिया प्रखंड के सिसवा गाँव का भ्रमण किया। जहाँ उन्होंने निजी मदरसा को देख। इस दौरान मदरसा के बच्चों ने मुख्यमंत्री के स्वागत में गीत गाये। गांव में सोलर सिस्टम का उद्घाटन किया। जो पहले चरण में सिसवा गाँव को बिजली की आपूर्ति करेगा। जिसका संचालन जीविका करेगी।
अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि हम शुरू से ही घूमते रहे है। मेरे यात्रा का मकसद है काम तो हो ही रहा है काम को देखना। उन्होंने कहा की कहाँ क्या कमी रह गयी है उसे पूरा करना है। इसी मकसद से जगह जगह घूम रहा हूँ। साथ ही अधिकारियो के साथ बैठक कर काम को सुचारू रूप से करने की बात कर रहा
इस दौरान मंत्री विजय चौधरी,मंत्री शमीम अहमद,मंत्री आलोक मेहता ओर मंत्री सुनील कुमार रक्सौल के भाजपा विधायक प्रमोद सिन्हा मौजूद रहे। कलेक्ट्रिएट परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जीविका की दीदियों से भी मिले ओर उनके कार्यो को जाना। स्टॉलों के निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री समाहरणालय के राधाकृष्ण भवन में अधिकारियों के साथ बैठक करने चले गए।