कोविड से बचाव एवं सुरक्षा उपायों पर संवाद का हुआ आयोजन
करपी|स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के रामपुर चाय गांव में ग्रामिणों के बीच घातक कोरोना महामारी की तीसरी लहर से बचाव एवं सुरक्षा संबंधी कारगर उपायों पर एक विशेष संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस जनकल्याणकारी मुहिम में बतौर संवादकर्ता पहुंचे शिक्षक डाॅ. ज्योति कुमार ने लोगों को कोरोना महामारी से बचने हेतु कोविड अनुरूप व्यवहार के सभी नियमों का भलि-भांति पालन करने के साथ ही प्राचीन भारतीय जीवन पद्धति में प्रकृति के अनुरूप रहन-सहन,खान-पान,आचार-विचार और दिनचर्या की ओर लौटने की प्राथमिकता के बारे में सचेत किया और बताया कि अभी तक कोरोना की कोई प्रामाणिक दवा नहीं बनी है. सारी दवाएं बस एक्सपेरिमेंट के रूप में ही कोरोना के लक्षणों को ठीक करने व इम्यूनिटी बुस्ट करने के लिए दी जाती है. ऐसे में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता(इम्यूनिटी) बढ़ाने से ही इससे बचने का एक उपाय है. डाॅ. ज्योति ने कोरोना त्रासदी पर एक गंभीर और प्रामाणिक शोध अध्ययन भी कर चुके हैं.इसी परिप्रेक्ष्य में वे जमीनी स्तर पर नि:स्वार्थ भाव से लोगों को जागरूक व सचेत करने की अपनी महत्ती जिम्मेदारी निभा रहे हैं. लोगों से संवाद के दौरान उन्होंने कहा कि अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने तथा शरीर को निरोग व मन को शांत रखने के लिए हमें योग,प्राणायाम, व्यायाम(खासकर श्वसन और फेफड़े संबंधी),आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति,एकांतवास,सादा एवं प्राकृतिक आहार,स्वच्छता,गर्म पानी और काढा का सेवन(विभिन्न जड़ी-बुटियों व वनस्पतियों से निर्मित),भाप लेना,धूप-स्नान आदि पुरानी दिनचर्या को अपनाकर एवं प्रकृति के साथ सामंजस्य बैठाकर ही हम इस महामारी से स्थायी तौर पर निजात पा सकते हैं. इस मौके पर नीतीश कुमार, विकास कुमार,सुरेंद्र मिस्त्री,ओमप्रकाश राम,संतोष कुमार, उमेश मिस्त्री, सिद्धनाथ राजवंशी,शिवप्रसाद,विक्रम,नीरज सहित अन्य लोग उपस्थित थे.