
पटना :- बिहार जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह के बिहार दौड़े से बिहार की राजनीतिक वस्तुस्थिति में कोई भी बदलाव नहीं होने वाला है। बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी और भुखमरी से त्रस्त जनता ने अब यह ठान लिया है कि इस बार भाजपा का बिहार में पूरी तरह से सफ़ाया कर देना है। प्रदेश के अंदर महागठबंधन की मजबूती और एकजुटता से भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व डरी हुई है।
उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह को भलीभांति इस बात का एहसास हो चुका है कि अगले लोकसभा चुनाव में बिहार की जनता भाजपा एक एक वोट के लिए तरसा देगी। बिहार में भाजपा के खिसकते जनाधार को बचाने के लिए अमित शाह बार-बार बिहार भ्रमन कर रहे हैं लेकिन उन्हें यह बात समझ लेना चाहिए कि बिहार की बुद्धिजीवी जनता बेहद होशियार और समझदार है। अमित शाह के द्वारा भरमाने और बरगलाने की राजनीति बिहार में क़भी कामयाब नहीं होगी। इस बार प्रदेश की जनता भाजपा को जीरो पर बोल्ड करने का मन बना चुकी है।
उमेश कुशवाहा ने कहा कि भाजपा सिर्फ़ अपने स्वार्थ की राजनीति करना जानती है, उन्हें बिहार की जनता से कोई सरोकार नहीं है। केंद्र की भाजपा सरकार ने बिहारियों को उपेक्षित और अपमानित करने का काम किया है। बिहार के प्रति केंद्र सरकार का दोहरा चरित्र इनकी असलियत को उजागर करने के लिए पर्याप्त है। बिहार के लोगो से इन्हें सिर्फ़ वोट चाहिए, चुनाव आते ही भाजपा को बिहार की याद सताने लगती है।
उमेश कुशवाहा ने कहा कि बिहार असली चाणक्य की भूमि है, बिहार में नकली चाणक्य का कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। जाति-धर्म में झगड़े करवाकर चुनाव जीतने की रणनीति बिहार में सफल नहीं होगी। बिहार की जनता नफरत की राजनीति नकार चुकी है और जनता अब नौ साल पहले भाजपा द्वारा किए गए वादों का हिसाब मांग रही है।