बिहार के प्रतीक चिन्ह से उर्दू को क्यों किया जा रहा गायब, या तो पुराने प्रतीक का इस्तेमाल हो या फिर अशोक चक्र का : माले
बिहार के प्रतीक चिन्ह से उर्दू को क्यों किया जा रहा गायब : माले
या तो पुराने प्रतीक का इस्तेमाल हो या फिर अशोक चक्र का
पटना :- भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने बिहार विधानसभा के अशोक स्तंभ पर बिहार के प्रतीक चिन्ह से उर्दू में लिखे ‘बिहार’ शब्द को गायब कर देने की कड़ी निंदा की है और इसे भाजपा द्वारा धर्मनिरपेक्षता के तत्व पर हमले की सोची समझी चाल बताया है.
कहा कि भाजपा कोटे से विधानसभा अध्यक्ष बने विजय सिन्हा को यह कोई अधिकार नहीं है कि वे प्रतीक चिन्ह के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ करें. प्रतीक चिन्ह के एक हिस्से को हटाया जा रहा है जिसमें उर्दू में bihar लिखा है. इस तरह प्रतीक चिन्ह के भाजपाई करण की कोशिश हो रही है.
कहा कि स्वास्तिक का चिन्ह यद्दपि प्रतीक चिन्ह में है, लेकिन यह फासिस्ट हिटलर का राजकीय चिन्ह भी था. इसलिए हमारी मांग है कि या तो पुराने प्रतीक का इस्तेमाल किया जाए अथवा उसके स्थान पर अशोक चक्र लाया जाए।