पटना, राजनीतिक जानकार जो नीतीश को अच्छे से जानते है वे बतलाते है कि नीतीश किसी की दुश्मनी और दोस्ति दोनों बड़ी शिद्दत से निभाते है।
तारापुर के विधानसभा चुनाव मे नीतीश ने वहां की जनता से साथ मंगा था लोगो ने उनकी बातों को मानकर नीतीश को सर आखो से लगाया और वहां जदयू को जीत देकर भाजपा और जदयू दोनों की इज़्ज़त बचा ली। जानकर लोग कहते है कि तभी से तारापुर नीतीश के दिल की धड़कन बन गयी। अभी कुछ दिनों पहले ही तारापुर अनुमंडल के कई कस्बे नगर पंचायत मे अपग्रेड हुए एवम और भी कई परियोजनाओं को खुद नीतीश ने आकर देखा और दिलचस्वि लेकर आगे के लिए कार्य योजनाओ को मंजूरी दी।
अभी अभी एक और तोहफा तारापुर को मिला। कुछ दिनों पहले ही नीतीश ने खुद तारापुर, संग्रामपुर के शहीदो की मूर्तियों का शिलान्यास किया था और आज कैबिनेट के 18 एजेंडा मे एक एजेंडा तारापुर के शहीदो के लिए राजकीय समारोह आयोजित करने का है। इसकी अधिसूचना भी जारी हो गयी है।
अब तारापुर में शहीदों की याद में हर साल 15 फरवरी को शहीद स्मारक परिसर में राजकीय सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों इसकी चर्चा भी की थी।
कुणाल भगत