बिहार में शराबबंदी के बाद बढ़ा सुखे नशे का चलन, ADG बोले- मादक पदार्थ का कारोबार पर कार्रवाई जारी।
पटना :- बिहार में जब से पूर्ण शराबबंदी लागू हुई है तब से मादक पदार्थ का कारोबार में तेजी आई है। बिहार आर्थिक अपराध इकाई मादक पदार्थ के खिलाफ अभियान क्या रखा है और राज्य में इस पर लगाम लगाने और जन जागरण के लिए हर स्तर पर काम किया जा रहा है और इसकी रोकथाम के लिए बिहार पुलिस के साथ विभिन्न एजेंसियों अंजेसियो की मदद से राज्य में मादक पदार्थ की तस्करी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।इसकी जानकारी आर्थिक अपराध इकाई के एडीजे नैयर हसनैन खा ने दी प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा की पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर आर्थिक अपराध इकाई मादक पदार्थों के खिलाफ मोर्चा खोला है। जिसमें बिहार पुलिस के साथ अन्य सरकारी एजेंसियों की मदद से तेजी से कार्रवाई चल रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार का मकसद है की मादक पदार्थ की तस्करी को पूरी तरह से रोका जाए साथ ही जन जागरण अभियान से आम लोगों को इसके प्रति आगाह किया जाए प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ किए गए कार्यवाहियों के बारे में विस्तार से बताया वहीं उन्होंने कहा कि इस मामले में यदि पुलिस के भी अधिकारी या पुलिसकर्मी शामिल पाए जाएंगे तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई किए जाने की योजना बनाई गई है और उन पर भी नजर रखी जा रही है।
वही आर्थिक अपराध इकाई द्वारा भी लगातार कार्रवाई कर रही है। अफीम की अवैध खेती का विनस्टीकरण किया जा रहा है। बिहार के साथ-साथ झारखंड के सीमावर्ती इलाके में अफीम की अवैध खेती की जाती है। एनसीबी के द्वारा अफीम की अवैध खेती के स्थलों की पहचान कर अफीम की खेती का विनस्टीकरण किया जाता है। गया जिले के बाराचट्टी एवं धनगई क्षेत्र में पैरामिलिट्री फोर्स डीएफओ से संबंध स्थापित कर जेसीबी ट्रैक्टर के माध्यम से अफीम की अवैध खेती का विनस्टीकरण कर रही है
उन्होने कहा कि अफीम की अवैध खेती पर ड्रोन के माध्यम से निगरानी रखा जा रहा है और विनष्टीकरण किया जा रहा है। किसानों के बीच स्थानीय प्रशासन के द्वारा लगातार जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है साथ ही किसानों को प्रोत्साहन के लिए मधुमक्खी पालन, सहजन की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। युवा पीढ़ी को बचाने की कोशिश की जा रही है।
बाइट: नैयर हसनैन खान एडीजे आर्थिक अपराध इकाई