अपने पैतृक गांव पहुचे नीलोत्पल मृणाल, बड़ो का लिया आशीर्वाद।
मुंगेर….
प्रसिद्ध साहित्यकार नीलोत्पल मृणाल अपने पैतृक गांव संग्रामपुर पहुच कर बड़ो का आशीर्वाद लिया। वे यहां एक निजी कार्यक्रम मे शिरकत करने आए थे। उनसे मिलने युवाओं का तांता लगा रहा। वे अपने जन्म स्थान कुछ घंटे ही रुके और फिर चले गए। इस दौरान लोगो का उनसे मिलना जारी रहा। नीलोत्पल एक प्रसिद्ध लेखल, कवि, कॉलमनिस्ट, ब्लॉगर, समाजिक-राजनीतिक एक्टिविस्ट हैं। वे युवाओं मे काफी लोकप्रिय है। उनका जन्म 25 दिसंबर 1984 को संग्रामपुर बिहार में हुआ था. नीलोत्पल मृणाल की दो उपन्यास- ‘डार्क हॉर्स’ और ‘औघड़’ काफी चर्चित हैं. हिंदी में पिछले कई दशकों में ये दोनों उपन्यास सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबों की लिस्ट में शामिल है। 2016 में नीलोत्पल को देश में युवाओं को मिलने वाले सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान “साहित्य अकादमी युवा अवार्ड” से सम्मानित किया गया था। उनके प्रयागराज के कवि सम्मेलन वाले वीडियो को यूट्यूब पर 15 लाख से ज्यादा बार देखा गया है, जो एक रिकॉर्ड है। उनके चाहने वालो का कहना है कि यह उनके चैनल का सबसे पॉपुलर वीडियो है। इसके अलावा IIT कानपुर, पटना, लाल किला के शो का वीडियो भी उन्होंने शेयर किया है वे अपने वीडियो को अपने फैंस के बीच शेयर करते रहते है।
नीलोत्पल मृणाल सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव दिखते हैं।ट्विटर पर उन्हें लगभग 29 हजार लोग फॉलो करते हैं। वहीं उनके यूट्यूब चैनल को लगभग 93 हजार लोगों ने सब्सक्राइब किया हुआ है। पैतृक गांव पहुचने पर लोगो ने उनसे अपने कार्यक्रम संग्रामपुर मे करने की जबरदस्त मांग की जिसपे उन्होंने मुस्कुराते हुए आपनी मौन सहमति प्रदान की। लागता जी आने वाले दिनों मे वे जल्द ही अपना जलवा अपने पैतृक गांव मे भी बिखेरेंगे। उनके फैंस को उनके कार्यक्रम का बेशब्री से इंतज़ार है।
कुणाल भगत