अथमलगोला में कोचिंग संचालकों को नही है कोरोना गाइड लाइन की परवाह

अथमलगोला में कोचिंग संचालकों को नही है कोरोना गाइड लाइन की परवाह
बाढ़–अनुमंडल अंतर्गत अथमलगोला प्रखंड ही नही बल्कि प्रदेश के अधिकांश हिस्से से कोरोना द्वारा प्रभावित करने की खबरें आ रही है।यहां तक कि सूबे के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार सहित दोनो उपमुख्यमंत्री और कई मंत्रीगण इसकी चपेट में आकर होम आइशीलेशन में है।इसके फैलाव और दुष्प्रभाव को रोकने के उद्देश्य से सरकार ने नाईट कर्फ्यू के साथ ही नई गाइडलाइन जारी की है।जिसके अनुसार शिक्षण संस्थाओं को 21 जनवरी तक बंद रखने का निर्देश दिया गया है।दो गज दूरी और मास्क है जरूरी के नियमों के अनुपालन हेतु पूरा शासन प्रशासन वरीय अधिकारियों के साथ सक्रिय नजर आ रहा है।इसके बाबजूद भी अथमलगोला प्रखंड के स्टेशन बाजार सहित विभिन्न हिस्सों में संचालित कोचिंग संस्थान प्रशासनिक नियमो को ताक पर रख कर सुबह के 6 बजे से संध्या 6 बजे तक शिक्षण कार्य करने में तल्लीन है।इस क्रम में दर्जनों छात्रों को एक ही कमरे में भर कर पढ़ाया जा रहा है।जबकि छात्र ही नही शिक्षक के चेहरे पर मास्क नाम की चीज नजर नही आती है।यह क्रम बदस्तूर जारी है।ग्रामीण क्षेत्रों का तो और भी बुरा हाल है।सरकार ने हमें सुरक्षित रखने के उद्देश्य से ही दो गज दूरी और मास्क है जरूरी का स्लोगन ही नही दिया।बल्कि यह कोरोना के प्रसार में बाधक भी है।अब देखना यह है कि प्रशासनिक नियमों को वर्तमान परिस्थिति में अहम मानते हुए निजी शिक्षक एवं अभिभावक अपनी जिम्मेदारी किस तरह तय करते है।