
पटना :- बिहार जनता दल यूनाईटेड की प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने भाजपा नेता गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय द्वारा बिहार में पुलिस बल पर उठाये गए सवाल पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बिहार में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या करीब 29 हजार है, जो देश में सर्वाधिक है। प्रवक्ता द्वय ने कहा कि बिहार ने महिला पुलिसकर्मियों की इतनी बड़ी संख्या में बहाली कर महिला सशक्तिकरण की दिशा में पुनः एक नई मिसाल पेश की है। राज्य पुलिस में आज महिलाओं की भागीदारी 29: हो गई है, जबकि पुलिस बल में महिलाओं का राष्ट्रीय औसत मात्र 16.05ः है। यानी बिहार से 13 फीसदी कम। जबकि आगामी दो महीने में बहाली की प्रक्रिया पुनः शुरू होने की संभावना है। फिलहाल बिहार में पुलिस बल की कुल संख्या 1.20 लाख है, इस वर्ष होने वाली लगभग 65 हजार बहाली (न्यूनतम 22 हजार 750 महिलाएं) से यह संख्या 1.85 लाख हो जाएगी।
प्रवक्ताओं ने कहा कि सिपाही से लेकर डीएसपी तक के पदों पर बड़ी संख्या में होने जा रही बहाली से पुलिस-पब्लिक अनुपात में और भी सुधार होगा। अभी प्रति एक हजार की आबादी पर एक पुलिस बल है, बहाली के बाद यह अनुपात घटकर प्रति 649 व्यक्ति पर एक पुलिस बल हो जाएगी जिससे प्रभावी पुलिसिंग में मदद मिलेगी। बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या उत्तर प्रदेश, राजस्थान, और पश्चिम बंगाल से तीन गुना, उत्तराखण्ड से दोगुना तथा तमिलनाडु के मुकाबले डेढ़ गुना ज्यादा है।
प्रवक्ताओं ने कहा कि लगता है कि भाजपा को प्रदेश में महिलाओं का हो रहा सशक्तिकरण पचता ही नहीं है। यही कारण है कि पुलिस बल में यहाँ देश में सबसे ज्यादा महिलाओं के संख्या की चर्चा की बजाये लोगों को गुमराह करने और उनका ध्यान भटकाने के लिए अनाप- शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। जबकि हमारे मुख्यमंत्री जी ने महिलाओं को पंचायती राज एवं नगर निकाय चुनाव में 50ः तथा सभी नौकरी में 35ः आरक्षण दिया। 3.51 लाख नियोजित शिक्षकों में करीब 2 लाख से अधिक महिलाएं हैं। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, कन्या उत्थान योजना तथा कन्या सुरक्षा योजना के जरिए बाल विवाह को रोकने और कन्या जन्म को प्रोत्साहित किया जा रहा है। बिहार में महिला भ्रूणहत्या में भी काफी कमी आई है।