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यूको बैंक ने मनाया 79 वां फाउंडेशन डे, ग्राहकों मे हर्ष।

यूको बैंक

सरकारी क्षेत्र के बैंकिंग सेवा मे अग्रणी यूको बैंक आज अपनी स्थापना का 79 वां स्थापना दिवस मना रहा है।
मुंगेर जिला अंतर्गत शाखा संग्रामपुर मे भी यूको बैंक का स्थापना ग्राहकों को चॉकलेट्स बांटकर मनाया गया। शाखा मे मौजूद बैंक मैनेजर नंदन कुमार सिंह ,सहायक मैनेजर सुजीत कुमार सिन्हा तथा सहायक प्रबंधक अंकित कुमार, नीतीश कुमार तथा अन्य बैंक कर्मचारी गौतम कुमार संतोष कुमार तथा गंगाराम किसकु आदि मौजूद थे।
इस खुशी के मौके पर मैनेजर नंदन कुमार सिंह के द्वारा सभी बैंक के ग्राहक का अभिवादन किया गया एवम उन्होंने ग्राहकों को हाथ जोड़ कर अपील की कि बिना मास्क लगाए बैंक में प्रवेश ना करें । बैंक मैनेजर नंदन कुमार सिंह ने कहा कि आप लोग के सेवा के लिए बैंक हमेशा तत्पर है।
इस अवसर पर बैंक को बहुत ही सुंदर तरीके से सजाया गया था। बैंक का मुआयना करने मुख्य प्रबंधक प्रमोद प्रसाद सिन्हा अंचल कार्यालय बेगुसराय से आए थे। उन्होंने बैंक का निरीक्षण करके ग्राहक सेवा पर संतोष व्यक्त किया।

आईए जाने बैंक के बारे मे-

बैंक के आधिकारिक वेबसाईट के अनुसार
सन 1943 मे स्थापित बैंक एक वाणिज्य बैंक है और भारत सरकार का उपक्रम है। इसके निदेशक मंडल में भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक के प्रतिनिधियों के साथ-साथ लेखाकार, प्रबंधन विशेषज्ञ, अर्थशास्त्री, व्यवसायी जैसे प्रतिष्ठित व्यवसायिक भी शामिल हैं । अभी वर्तमान में सोमा शंकर प्रसाद प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी है जो बैंक का कार्य देख रहे है।

आईए जाने इतिहास –

यूको बैंक के आधिकारिक वेबसाईट के अनुसार
सन् 1942 के ऐतिहासिक ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन के बाद वास्तविक भारतीय बैंक की परिकल्पना भारतीय औद्योगिक पुनर्जागरण के प्रवर पुरोधा घनश्याम दास बिड़ला ने की थी । शीघ्र ही इस नवोदित परिकल्पना को मूर्त रूप मिला और 6 जनवरी, 1943 को दि यूनाइटेड कमर्शियल बैंक लिमिटेड की स्थापना हुई, जिसका पंजीकृत और प्रधान कार्यालय कोलकाता में खुला। प्रथम निदेशक मंडल में समाज के हर क्षेत्र से देश के प्रतिष्ठित व्यक्तियों का प्रतिनिधित्व था। बैंक ने अपनी इस अखिल भारतीय छवि को अक्षुण्ण रखा है। निदेशक मंडल के गठन के मामले में ही नहीं वरन देश भर में तथा सिंगापुर एवं हांगकांग जैसे विदेशी केन्द्रों में अपनी 2500 से भी अधिक शाखाओं के भौगोलिक विस्तार के मामले में भी ।
विस्तार और सुदृढ़ता के यात्रा क्रम में 19 जुलाई, 1969 को भारत सरकार के शत-प्रतिशत स्वामित्व के साथ हमारा बैंक यूनाईटेड कमर्शियल बैंक के नाम से राष्ट्रीयकृत हुआ। इस ऐतिहासिक घटना ने बैंक की सोच और क्रियाकलापों में आमूल-चूल परिवर्तन किया । बैंक ने अब तक चली आ रही वर्ग बैंकिंग के स्थान पर सरकार की सार्वजनिक बैंकिंग की सामाजिक–राजनैतिक अवधारणा को अपनाया । वर्ष 2003-04 के दौरान बैंक रु. 200 करोड़ का आईपीओ लेकर बाजार में आया और अब यह एक सूचीबद्ध कंपनी है । 31.03.2012 की स्थिति को बैंक में सरकार की शेयरधारिता 65.19 प्रतिशत थी । शाखाओं का विस्तार, विशेषत: ग्रामीण क्षेत्रों में द्रुत गति से हुआ तथा बैंक ने प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्रों को वित्तपोषित करने के क्षेत्र में एवं अन्यान्य सामाजिक उन्नयन प्रकल्पों के क्षेत्र में कई विशिष्टताएं हासिल कीं। विकास की पृष्ठभूमि में व्यावसायिक प्रगति के लिए सन् 1972 में बैंक का सांगठनिक पुनर्गठन हुआ। इसके फलस्वरूप कार्य-विशेषज्ञता, प्रशासनिक विकेंद्रीकरण, कार्मिक निपुणता और अभिवृत्ति विकसित हुई। साथ ही सरकार के गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों पर अमल चलता रहा तथा बैंक के संयोजकत्व में वर्ष 1983 में ओडिशा एवं हिमाचल प्रदेश में राज्य-स्तरीय बैंकर्स समिति की स्थापना हुई ।
वर्ष 1985 में बैंक के इतिहास में एक नया अध्याय तब जुड़ा जब संसद के अधिनियम के तहत इसका नाम परिवर्तित कर यूको बैंक रखा गया । नाम परिवर्तन के बावजूद हमारे प्रति बैंक के ग्राहकों का सौहार्द बना रहा और और सामाजिक दायित्वों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता बरकरार रही । आज भी देश के एक प्रभावी बैंक के रूप में हमारा बैंक सुख्यात है। यूको बैंक ने एक लंबी यात्रा तय की है और अपनी समस्त आंतरिक क्षमताओं के कारण यह ग्राहकों का मित्र बैंक तथा निपुण बैंकर का प्रतीक बन गया है ।
बैंक के लगभग 3000 सेवा केंद्र पूरे देश में फैले हुए हैं । हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी दो बड़े वित्तीय केंद्रों अर्थात हांगकांग एवं सिंगापुर में अपना कारोबार करते हैं । पूरे विश्व में हमारी संपर्की एजेंसी व्यवस्था है । हम भारत/50 से अधिक केन्द्रों पर विदेशी मुद्रा का कारोबार करते हैं । हम 1 केंद्र पर विदेशी मुद्रा लेनदेन कारोबार करते हैं।

हमारी शक्ति
पूरे देश में उपस्थिति । विदेशों में उपस्थिति और लाभदायक विदेशी परिचालन । मजबूत पूंजीगत आधार । दीर्घावधि देयताओं का उच्च अनुपात । विविध आस्ति संविभाग । विशाल और विविध ग्राहक आधार । सभी शाखाएं कोर बैंकिंग समाधान (सीबीएस) के अंतर्गत । देश के अग्रणी 100 बड़े केन्द्रों (जमाराशि के अनुसार) पर शाखाएं है ।

प्रभात कुमार

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