दिव्यांगों का स्वाबलंबन कार्ड बनाने के लिए सात से दस मार्च तक लगेगा विशेष शिविर
बेगूसराय, (हि.स.)। दिव्यांग को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान तथा विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए यूडीआईडी (स्वाबलंबन कार्ड) बनाने की प्रक्रिया काफी तेजी से चल रही है। पूर्व से दिव्यांगता का प्रमाण पत्र प्राप्त ऑफलाईन प्रमाणीकृत दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड निर्माण बनाने जिले के सभी प्रखंडों में सात से दस मार्च तक विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा। दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय समाज कल्याण विभाग बिहार के निर्देश के आलोक में विशेष शिविर के सफल आयोजन के लिए डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को अपने-अपने उत्तरदायित्वों का शत-प्रतिशत निर्वहन करने निर्देश दिया है, ताकि जिले के शत-प्रतिशत दिव्यांगजनों को अविलंब यूडीआईडी कार्ड उपलब्ध हो सके।
शिविर में आने वाले प्रमाणीकृत दिव्यांगजनों को दिव्यांगता प्रमाणपत्र, आधार कार्ड या आवासीय प्रमाणपत्र, पहचान पत्र, पासपोर्ट साईज का पूरा फोटो लाना होगा तथा शिविर स्थल पर प्राप्त आवेदन पत्र निशुल्क लेकर जमा करना है। जिन्होनें यूडीआईडी कार्ड के लिए पूर्व में आवेदन किया है या जिन्हें कार्ड निर्गत है, वैसे दिव्यांगों को शिविर में नहीं आना है। शिविर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या प्रखंड कार्यालय परिसर में लगेगा तथा संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी नियंत्री पदाधिकारी होंगे। वांछित दस्तावेजों का सत्यापन प्रतिनियुक्त चिकित्सा पदाधिकारी करेंगे।
दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग के सहायक निदेशक भुवन कुमार ने बताया कि विभाग से प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार 2020 तक बेगूसराय जिले के 71 हजार 849 दिव्यांगजनों को प्रमाणीकृत/दिव्यांगता प्रमाणपत्र निर्गत किया गया है। ऐसे प्रमाणीकृत दिव्यांगजनों में से करीब चार हजार दिव्यांगजनों के यूडीआईडी कार्ड बनाने का काम ही पूरा हुआ है। शेष प्रमाणीकृत दिव्यांगजनों का कार्ड बनाने के लिए सभी प्रखंडों में विशेष शिविर के आयोजन का निर्णय लिया गया है। शिविर के दौरान प्रमाणीकृत दिव्यांगजनों से प्राप्त आवेदन एवं दस्तावेजों का संधारण जिला दिव्यांगजन सशक्तकिरण कोषांग द्वारा की जाएगी, जिसे www.swdbihar.in/UDID/Home.aspx पोर्टल पर पंजीकृत किया जाएगा। पंजीकरण का कार्य जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग को द्वारा कराया जाना है। वैसे प्रमाणीकृत दिव्यांगजन जो शिविर में आने में असमर्थ हैं, उनका आवेदन संबंधित विकास मित्र द्वारा संबंधित प्रखंड कार्यालय या जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग में जमा किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि विशेष शिविर में प्रमाणीकृत दिव्यांगजनों के अधिकाधिक भागीदारी के लिए सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, जीविका के परियोजना प्रबंधक, विकास मित्र-सह-प्रखंड कॉर्डिनेटर, बुनियाद केंद्र के जिला प्रबंधक एवं केंद्र प्रबंधक को प्रमाणीकृत दिव्यांगजनों को जागरूक करने का निर्देश दिया गया है। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को शिविर के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेने का निर्देश दिया गया है। शिविर में दिव्यांगता प्रमाणपत्र नहीं बनेगा तथा उन्हें www.swavlambancard.gov.in पर निबंधन के लिए सिविल सर्जन कार्यालय या कॉमन सर्विस सेंटर जाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
एजेंसी