बक्सर सहित पूरे बिहार में जहरीली शराब पीकर लोग मर रहे हैं और सरकार अपनी नाक की सवाल बना रही है:- राजद
बक्सर सहित पूरे बिहार में जहरीली शराब पीकर लोग मर रहे हैं और सरकार अपनी नाक की सवाल बना रही है:- राजद
पटना : राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता सह विधायक, डॉक्टर रामानुज प्रसाद राजद के प्रदेश महासचिव भाई अरुण कुमार ने बॉक्सर जिला में, जहरीली शराब पीने से 6 लोगों की हुई मौत पर राष्ट्रीय जनता दल ने इन तमाम मृतकों प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है और मृतक परिवारों के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हुए कहा कि बक्सर समेत बिहार के जिन जिन जिलों में जहरीली शराब पीने से लोगों की मृत्यु हो रही है उसके लिए पूरी तरह से नीतीश सरकार कि गलत शराब नीति दोषी है क्योंकि सरकार के मुखिया नीतीश कुमार हैं और किसी भी अच्छे कार्य का सेहरा नीतीश कुमार लेते हैं तो जो भी बुरे काम हो रहे हैं उसका सेहरा भी नीतीश कुमार को लेना पड़ेगा इन नेताओं ने नीतीश कुमार से पूछा है कि क्या नीतीश जी बतलाने का काम करेंगे की किसकी असफलता के कारण जगह जगह जहरीली शराब मिल रही है, सरकार आपकी है और शराबबंदी भी लागू है परंतु शराब बंदी लागू होने के बावजूद अगर घर-घर शराब ऊंची कीमतों पर पहुंचाई जा रही है और गरीब लोग उस महंगी शराब को पीने में असमर्थ हो रहे हैं और इस कारण सस्ती जहरीली शराब पीकर लोग मर रहे हैं जहरीली शराब पीने वाले लोगों में अधिकांशत गरीब परिवार के लोग ही है राज्य सरकार को मरने वाले लोगों का परिवार को देखने की जरूरत है एक एक घर में जो कमाने वाले व्यक्ति थे वह सभी समाप्त हो गए उनका परिवार का पालन पोषण कैसे होगा यह देखना सरकार की जिम्मेदारी है परंतु सरकार ना जाने किस बात का घमंड पाल रखी है या वह अपनी नाक की सवाल बना रखी है जिसके कारण जहां-जहां लोग मर रहे हैं सरकार उन लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दे रही है जोकि सरासर गलत है नीतीश बाबू जितने लोग मर रहे हैं वह सभी लोग आप की जनता है और आपके निकम्मा पन के कारण अगर मौत हो रही है तो उन्हें मुआवजा देने का हक भी आपको बनता है और जो ऐसे धंधे करते हैं उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का भी हक आप ही को बनता है परंतु आप काम कर रहे हैं उल्टा आश्रित परिवारों को आप ना देख रहे हैं ना सुन रहे हैं तथा शराब माफियाओं के खिलाफ ना आप कार्रवाई कर रहे हैं और ना उन्हें जेल भेजने का काम कर रहे हैं जिनके कारण माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी इस कानून पर सवाल उठा रहे हैं राज्य हित में सभी दल के लोगों को बैठा कर इस पर विचार विमर्श करने की जरूरत है और मिलजुल कर शराब नीति पर पुनः विचार करने की जरूरत है।