कभी देखा है हथकड़ी बम, हाथ मे हथकड़ी लगा बाबा दरबार मे पेशी को निकला भक्त। देखे अनोखा वीडियो-
-हाथों पर हथकड़ी लगाये बोलबम जाते दिखा शिवभक्त,
जैसे भोले निराले है वैसे ही उनके भक्त भी अजूबे है। पूरे सावन भोले भक्त तरह तरह के परिधान धारण कर अपने इष्ट को रिझाने निकलते है। वे उत्तरवाहिनी गंगा जल को अपने कंधे पर रख़कर लगभग 100 किलोमीटर सुल्तानगंज से देवघर की यात्रा कर मनोकामना ज्योतिर्लिंग पर जल अर्पण करते है। इसी यात्रा मे उनके भक्तों का बड़ा विचित्र रूप भी देखने को मिलता है।
2 साल कोरोना काल के बाद श्रावणी मेला का भव्य आयोजन किया गया है। जिसमें श्रावणी मेला के 13 वें दिन भी सुल्तानगंज से जल भरकर बाबानगरी जाने का शिवभक्तों का सिलसिला लगातार जारी है. कावरियों के एक जैसे लाल पिले वस्त्र के साथ काँवर की सजाबट से कच्ची काँवरिया पथ सुशोभित व अति मनमोहक देखने में लग रही है। इसी संदर्भ में मंगलवार को हावड़ा फकीर बागान जन कल्याण समिति के कावरियों द्वारा 80 किलो वजनी काँवर के साथ हाथों में हथकड़ी लगाये एक विचलित काँवरिया को बोलबम जाते हुए बिहमा मोड़ के समीप देखा गया संवाददाता से बातचीत के संदर्भ में हाथों में हथकड़ी लगाये हुए कावंरिया राहुल कुमार ने बताया कि मैं काँवर को काँधे पर टांग कर नही ले कर जा रहा हूं जिसकी सजा मुझे मिली है और आज बाबा के दरवार में मेरी पेशी है इसलिए मेरे हाथों पर हथकड़ी लगी हुई है और बाबा के दरवार में पहुँच कर उनसे छमा की याचना करूँगा और मुझे विश्वास है कि बाबा भोलेनाथ मुझे माफ कर देंगे वही समिति के सदस्य विजय पासवान ने बताया कि हम सबका 13 लोगो का जत्था है और 80 किलो के काँवर को बारी-बारी से फेर बदल कर बाबाधाम लेकर जाया जा रहा है और हाथों पर हथकड़ी लगें काँवरिया के बारे में बताते हुए कहा कि यह हम सबका एक अनोखी प्रदर्शनी है जिसे पूरे बाबाधाम के रास्ते इसी तरह से चलते हुए जायेगी हम लोग 7 वर्षों से इस तरह की नाटक मंडली करते हुए बाबा के दर्शन प्राप्त करते हैं।
गौरव कुमार