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अब दरभंगा में आनंद ले तारो सितारों का, नीतीश ने किया 164.31 करोड़ ₹ के तारामंडल का लोकार्पण।

सरकारी स्कूल के छात्र - छात्राओं के लिए एक माह तक रोस्टर बनाकर तारामंडल का निःशुल्क शो दिखाया जायेगा।

दरभंगा, बिहार जनमत ने पिछले साल ही खबर दर्शकों को दिया था कि बिहार में पटना के बाद अन्य जगहों पर तारामंडल के लिए जगह का चुनाव हो चुका है। दिल्ली से टीम आकार उसे अंतिम रूप देगी और 2023 से तारामंडल दर्शको के लिए तैयार हो जाएगा और ठीक एक वर्ष के बाद यह खबर आई की दरभंगा में तारामंडल बन कर दर्शकों के लिए खुल चुका है।

मुख्यमंत्री ने ‘समाधान यात्रा’ के क्रम में तारामंडल सह विज्ञान संग्रहालय, दरभंगा का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘समाधान यात्रा’ के क्रम में तारामंडल सह विज्ञान संग्रहालय, दरभंगा के शिलापट्ट का अनावरण कर लोकार्पण किया है। लोकार्पण के पश्चात् मुख्यमंत्री ने तारामंडल सह विज्ञान संग्रहालय परिसर एवं बहुद्देशीय सभागार का मुआयना किया। अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री ने तारामंडल के पहले शो में ‘वर्ल्ड ऑफ द यूनिवर्स’ पर आधारित वृत्तचित्र भी देखा।

मुख्यमंत्री ने तारामंडल सह विज्ञान संग्रहालय का नामकरण तारामंडल सह विज्ञान एवं ज्ञान संग्रहालय करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि तारामंडल में ब्रह्मांड से संबंधित जो जानकारी दिखाई जा रही है यदि वह हिंदी भाषा में एक्सप्लेन हो तो लोग उसे भलीभांति जान और समझ सकेंगे। यहां काफी बेहतर ढंग से तारामंडल का निर्माण हुआ है, इसे देखकर मुझे काफी खुशी हुई है। उन्होंने कहा कि यहां एयरपोर्ट भी बन गया है, बाहर से आनेवाले लोग भी अब तारामंडल देख सकेंगे। यहां बिहार के विभिन्न हिस्सों से भी लोग आएंगे। मुख्यमंत्री ने पटना के तारामंडल को भी आधुनिकतम बनाने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री की प्रेरणा से आम जन विशेषकर बच्चों के बीच विज्ञान के प्रति जागरूकता एवं रूझान बढ़ाने के दूरगामी लक्ष्य के अनुरूप दरभंगा शहर के कैदराबाद में तारामंडल -सह- विज्ञान संग्रहालय, दरभंगा का निर्माण कराया गया है। यह 164.31 करोड़ की लागत से 3.88 एकड़ भूमि में निर्मित किया गया है। प्रथम चरण में 20922 वर्ग मीटर के परिसर में तारामंडल – सह – विज्ञान संग्रहालय का निर्माण 92 करोड़ 80 लाख की लागत से किया गया है, जिसका कुल निर्मित क्षेत्रफल 5000 वर्ग मीटर है। इस तारामंडल में सौर मंडल के ग्रहों, नक्षत्रों की स्थिति एवं खगोलीय घटनाओं की जानकारी 2-डी एवं 3-डी फिल्मों के माध्यम से प्रदर्शित की जाएगी, जो डिजीटल दीर्घवृत्ताकार प्लेनेटोरियम ब्रह्मांड में स्थित अपने गैलेक्सी के दर्शन का अनुभूति कराएगा। इसमें 150 लोगों के बैठने की क्षमता है। भवन में एक 300 क्षमता का प्रेक्षागृह भी निर्मित है जिसमें विज्ञान से संबंधित फिल्मों का प्रदर्शन एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा सकेंगे। 50 लोगों की क्षमता वाला ऑरिएन्टेशन हॉल है,जिसमें आगंतुकों को तारामंडल में उपलब्ध प्रदर्शों एवं प्रदर्शित किए जा रहे फिल्मों की जानकारी दी जाएगी। साथ ही इस भवन में पारदर्शी ग्लास के भीतर लिफ्ट अधिष्ठापित किया गया है जिससे लिफ्ट की पूरी कार्यप्रणाली बच्चे देख और समझ सकेंगे। सरकारी स्कूल के छात्र – छात्राओं के लिए एक माह तक रोस्टर बनाकर तारामंडल का निःशुल्क शो दिखाया जायेगा। पुस्तकालय, कैफे एवं गिफ्ट शॉप की सुविधा के साथ-साथ यहां वैज्ञानिक प्रदर्शनी की सुविधा है। यहां 550 वर्ग मीटर में आंतरिक प्रदर्शनी की क्षमता है। तारामंडल के ऊपरी तल पर पार्क का निर्माण किया गया है, जिसमें विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाये गये हैं, जो आगन्तुकों को वनस्पति विज्ञान से जुड़े विषयों के प्रति जागरूक करेंगे।

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भवन के फसाड पर पर्यावरण के अनुकूल वेदर रेसिसटेंट मैग्नीज डाईऑक्साईड मिश्रित ईट का प्रयोग किया गया है। इसके भवन में आगंतुकों के सम्पूर्ण मनोरंजन एवं ज्ञान हेतु प्लेनेटोरियम के अतिरिक्त द्वितीय चरण में एक विज्ञान संग्रहालय का निर्माण किया जाना है, जिसमें विज्ञान से जुड़े प्रदर्श अधिष्ठापित किये जाएंगे। तारामंडल – सह – विज्ञान संग्रहालय एक संपूर्ण शैक्षणिक एवं मनोरंजक केन्द्र साबित होगा ।

सचिव, भवन निर्माण कुमार रवि ने पुष्प गुच्छ भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं नेताओं ने मुख्यमंत्री को पाग, अंगवस्त्र एवं मखाना की बड़ी माला पहनाकर उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह, कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री सह दरभंगा जिले के प्रभारी मंत्री जितेंद्र कुमार राय, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री ललित कुमार यादव, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, सचिव विज्ञान एवं प्रावैधिकी लोकेश कुमार सिंह, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव बालामुरुगन डी०, अपर पुलिस महानिदेशक, विधि व्यवस्था संजय सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी जीविका सह मिशन निदेशक जल- जीवन – हरियाली अभियान राहुल कुमार, आयुक्त, दरभंगा प्रमंडल डॉ० मनीष कुमार, पुलिस महानिरीक्षक, दरभंगा प्रक्षेत्र ललन मोहन प्रसाद, जिलाधिकारी, दरभंगा राजीव रौशन, वरीय पुलिस अधीक्षक दरभंगा अवकाश कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।

लोकार्पण कार्यक्रम के पश्चात् पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना में तारामंडल पहले से था अब बिहार का दूसरा तारामंडल दरभंगा में बनाया गया है। काफी समय पहले जब हम कोलकाता गये थे तो वहां का तारामंडल देखकर मुझे काफी अच्छा लगा था। उसी समय हमने सोचा था कि इससे से बढ़िया तारामंडल बिहार के दरभंगा में बनना चाहिए। कई साल पहले हमने दरभंगा में तारामंडल बनाने को लेकर तय किया था । यहां पर अब तारामंडल बन गया है। तारामंडल का थोड़ा काम अभी बचा हुआ है वह भी जल्द पूरा हो जायेगा। तारामंडल काफी अच्छा बना है। यहां आनेवाले लोगों को नेचर के बारे में एक-एक चीज की जानकारी मिलेगी। पूरे यूनिवर्स के एक-एक चीज की जानकारी यहां मिलेगी। इससे लोगों को नई-नई चीजों के बारे में जानकारी मिलेगी। बच्चे-बच्चियों के साथ जो भी लोग इसे देखना चाहेंगे उन्हें दिखाया जायेगा। तारामंडल शुरु होने के बाद न सिर्फ बिहार के बच्चे एवं बच्चियां यहां देखने आयेंगी बल्कि यहां एयरपोर्ट होने के कारण देश के दूसरे हिस्से से लोग भी इसे देखने आयेंगे।

कुणाल भगत

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