
पटना :- बिहार के पूर्णिया जिला के अमौर विधानसभा के विधायक अक्तरूल इमाम के द्वारा अंकबरुदिन ओवैसी की मौजूदगी में अमौर विधानसभा में एक सभा को संबोधित करते हुए मंच से एक ऐसा ब्यान दिया गया जिससे सिख समुदाय में रोष होना लाजमी है। उन्होंने अपने ब्यान में बिहार के लोगों के बेरोजगार होने का ठीकरा सिख समुदाय पर फोड़ा और यह भी कहा की पंजाबी उनके पूर्वजों के जूते साफ किया करते थे।
विधायक अक्तरुल इमाम के इस ब्यान का सख्त नोटिस लेते हुए तख्त हरिमन्दिर जी पटना साहिब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं धर्म प्रचार के चेयरमैन लखविन्दर सिंह लख्खा सहित बिहार सिख गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष सूरज सिंह नलवा ने भी सख्त नोटिस लिया है और उनकी पार्टी हाईकमान को उन्हें तुरन्त बाहर करने की मांग की है। इसके साथ ही धार्मिक नेताओं ने पुलिस प्रशासन से भी उनके इस भड़काउ ब्यान के लिए उन पर सख्त कार्यवाई की मांग की है।
सः लखविन्दर सिंह ने कहा ऐसा लगता है कि विधायक महोदय का दिमागी संतुलन ठीक नहीं है यां फिर वह अपने पार्टी के शीर्ष नेताओं को प्रसन्न करने के चक्कर में इस तरह का बेतुका ब्यान दे गए जिसका उन्हें स्वयं को भी अंदाजा नहीं की वह क्या बोल रहे हैं। उन्होंने कहा सिख समाज की इस देश के लिए कुर्बानियां किसी से छिपी नहीं है, आज अगर देश के नागरिक आजादी का सुख भोग रहे हैं तो वह सिखों की कुर्बानियों की बदौलत ही है। उन्होंने महाराजा रणजीत सिंह का भी हवाला दिया कि उनके राज के दौरान सभी धर्मों का पूर्ण सम्मान करते हुए सभी को बराबर का हक दिया जाता था।