बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केशरी डा0 श्रीकृष्ण सिंहा की 61वीं पुण्यतिथि एवं बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व शिक्षा मंत्री विद्याकर कवि की 36 वीं पुण्यतिथि मनायी गयी।
बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केशरी डा0 श्रीकृष्ण सिंहा की 61वीं पुण्यतिथि एवं बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व शिक्षा मंत्री विद्याकर कवि की 36 वीं पुण्यतिथि आज पूर्वाह्न बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के मुख्यालय सदाकत आश्रम में मनायी गयी।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष डा0 समीर कुमार सिंह एम0एल0सी0 ने कहा कि डा0 श्रीकृष्ण सिंहा बहुआयामी व्यक्तित्व के प्रतिभाशाली राजनेता थे। बिहार एवं झारखण्ड के सभी बड़े कल-कारखाने, बोकारो स्टील प्लान्ट, हेवी इंजीनियरिंग कारपोरेशन रांची, पतरातू एवं बरौनी बिजली कारखाना, बरौनी तेल शोधक कारखाना, मोकामा में राजेन्द्र सेतु एवं विकास के अन्य बड़े कार्य डा0 श्रीकृष्ण सिंहा के कार्यकाल में हुए। उन्होंने कहा कि जमींदारी प्रथा का उन्मूलन बिहार में श्री बाबू के कार्यकाल में हुआ। आज कृतज्ञ राज्य बिहार के विकास में उनके योगदान को स्मरण कर उनकी स्मृति को शत-शत नमन करता है।
स्व0 विद्याकर कवि के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए डा0 समीर कुमार सिंह ने कहा कि विद्याकर कवि एक उच्च कोटि के स्वतंत्रता सेनानी एवं संवेदनशील नेता थे। उनके कार्यकाल में प्रदेश कांग्रेस में लगातार कार्यक्रम चलते रहते थे। वे कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं का बड़ा सम्मान करते थे।
इसके पूर्व डा0 श्रीकृष्ण सिंहा एवं विद्याकर कवि के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया गया।
इस अवसर पर डा0 समीर कुमार सिंह के अलावे प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष राजेश राठौड़, पूर्व मंत्री विश्व मोहन शर्मा, पूर्व विधान पार्षद डा0 अजय कुमार सिंह, विभूति कवि, लाल बाबू लाल, नागेन्द्र कुमार विकल, स्नेहाशीष वर्धन पांडेय, अरविन्द लाल रजक, हिमांशु कवि, शशि रंजन, शशि कांत तिवारी, ब्रजकिशोर सिंह कुशवाहा, राम नरेश चैधरी, मृगेन्द्र कुमार सिंह, निरंजन कुमार, वैद्यनाथ शर्मा, वसी अख्तर, सुनील कुमार सिंह, उदय शंकर पटेल, मनोज कुमार सिन्हा, आयुष भगत,सुदय शर्मा, निधि पाण्डे, रूमा सिंह, जितेन्द्र पासवान, अमित रंजन,रोहित कुमार पासवान,सत्येन्द्र कुमार पटेल, शाहनवाज अहमद, शुभम कुमार पटेल एवं बड़ी संख्या में कांग्रेसजनों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया।