पटना गोलीकांड में घायल नीलेश मुखिया 23 दिन बाद हारे जिंदगी की जंग, दिल्ली AIIMS में चल रहा था इलाज।
पटना :- पटना में दिनदहाड़े अपराधियों के गोली मारने से घायल निगम पार्षद सुचित्रा सिंह के कारोबारी पति और पूर्व मुखिया नीलेश यादव आखिरकार 23 दिन बाद जिंदगी की जंग हार गए। आज सुबह दिल्ली में उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई है। बीते 31 जुलाई को उन्हें बदमाशों ने गोली मार दी थी। जिसके बाद पहले उन्हें पटना रूबन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। फिर हालत खराब होने के बाद दिल्ली रेफर कर दिया गया था। लेकिन इसके बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।
घटना बीते 31 जुलाई की है, जब सुबह करीब साढ़े 10 बजे घर से नीलेश अपने ऑफिस के लिए निकले थे। कुर्जी की चश्मा गली इलाके में उनका ऑफिस है। नीलेश की कार में 3 लोग थे। बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्रांच के पास कार को यू र्टन लेना था। मगर, उसके पहले ही आगे की सीट पर बैठे नीलेश को देखते ही अपराधियों ने गोली मारनी शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि बदमाश पहले से घात लगाकर बैठे हुए थे। बदमाशों ने उन्हें संभलने का मौका तक नहीं दिया। बदमाशों ने पूर्व मुखिया नीलेश यादव को चार से अधिक गोली मारी, जो गर्दन, छाती, पेट, कंधा और पैर में लगी गोली मारने के बाद 2 बाइक से आए 4 बदमाश P&M MALL की तरफ तेजी से भाग निकले।
वही, दीघा थाने के गेट नंबर 65 के पास उनका घर है। उनकी पत्नी सुचित्रा सिंह पटना नगर निगम के वार्ड नंबर 22-B की पार्षद हैं। नीलेश खुद भाजपा के कार्यकर्ता हैं। पूर्व में अपने इलाके मुखिया भी रह चुके हैं। कुर्जी से लेकर दीघा इलाके तक में इनका दबदबा है। वही, इस गोलीकांड में पटना पुलिस ने बालू कारोबारी पप्पू-धप्पू, सहित तीन लोगों का नामजद अभियुक्त बनाया गया था। 14 अगस्त को पाटलिपुत्र थाने की पुलिस इस मामले में पटना सिटी से दो शूटरों सैय्यद शाहनवाज और मो. राजा को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से दो पिस्टल, मैगजीन, दो मोबाइल और वारदात में इस्तेमाल दोनों बाइक को भी बरामद किया गया, जबकि मुख्य आरोपित सहित कई अन्य फरार है।