भीम बांध वन्य प्राणी अभ्यारण्य पिकनिक मनाने जाते है, अभी तक नही देखा वहां कोई भालू, देख ले वहां का भालू सिर्फ बिहार जनमत पर ।
वन प्रेमियों में हर्ष।

मुंगेर के भीमबाँध वन्य प्राणी अभयारण्य में काले भालू के दो नवजात बच्चे मिले है। यह खबर फैलते ही वन विभाग हरकत में आ गया।
दरअसल कुछ नागरिकों ने वन विभाग को यह खबर दिया कि धरहरा के जंगलों में एक लकड़हारे को काले भालू के दो नवजात बच्चे मिले है।जिसके बाद डीएफओ गौरव ओझा के निर्देश पर रेंजर की टीम ने लकड़हारे के घर पहुंच कर दोनो भालू के छोटे बच्चे का रेस्क्यू किया। भालू के बच्चे गोरिया गांव निवासी आदिवासी लकड़हारे अजय कोड़ा को मिला। उनके अनुसार जंगल में हर रोज जलावन के लिए सूखे लकड़ी चुनने जाने के क्रम में उनकी नजर एक वृक्ष के नीचे दोनो भालू के नन्हे बच्चे पर पड़ी। वे ठंड से काफी परेशान थे,जिससे उसे दया आ गई और वो उसे अपने साथ घर ले आया।
इसकी सूचना नागरिकों ने वन विभाग को दी।वन विभाग की टीम के रेंजरो ने वहां पहुंचकर उसे रेस्क्यू कर लिया। वही मुंगेर डीएफओ गौरव ओझा ने बताया कि हवेली खड़गपुर के भीम बांध वन्य प्राणी अभयारण्य के जंगल भालू के लिए बहुत अनुकूल है।यहां इससे पहले भी भालू के बच्चे मिले है। इस बार जो भालू के बच्चे मिले है वो काफी छोटे और नवजात है एसे में उन्हें अभी जंगल में छोड़ना काफी खतरनाक है।इस कारण चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन बिहार के निर्देश के बाद ये बच्चे पटना जू को हैंड ओवर किया जा रहा है।अब उन बच्चो का सही तरीके से लालन पालन किया जा सकेगा।मुंगेर वन विभाग अपनी पूरी तैयारी कर ली है।अभी डॉक्टरों की देख रेख में दोनो बच्चे है।इस खबर से वन्य प्रेमियों में काफी खुशी है।
कुणाल भगत